बिलासपुर. न्यायधानी की जीवनदायिनी अरपा नदी में अंग्रेजों के जमाने के बने 100 साल से भी पुराने पुल को अब रामसेतु के नाम से जाना जाएगा. अरपा नदी पर बना यह पुल दशकों से राहगीरों को नदी के आर-पार जाने के काम आ रहा है. इस पुल को नगर निगम की ओर से रामसेतु नाम दिया …
बिलासपुर. न्यायधानी की जीवनदायिनी अरपा नदी में अंग्रेजों के जमाने के बने 100 साल से भी पुराने पुल को अब रामसेतु के नाम से जाना जाएगा. अरपा नदी पर बना यह पुल दशकों से राहगीरों को नदी के आर-पार जाने के काम आ रहा है. इस पुल को नगर निगम की ओर से रामसेतु नाम दिया जा रहा है.
जहां एक ओर पूरे देश में राम मंदिर निर्माण को लेकर उत्साह है, वहीं अरपा नदी पर बना पुराना पुल रामसेतु बनकर शहर के नागरिकों और राहगीरों के लिए नदी पार कराने का काम करेगा. साथ ही भगवा रंग में पूरे पुल लोगों को रामचरित मानस से भी परिचय कराएगा. अमृत मिशन योजना के तहत पानी सप्लाई के लिए लगाए गए बड़े-बड़े पाइप में रामायण और रामचरितमानस के दोहे और चौपाई लिखे गए हैं, ताकि इन उपदेशों को व्यक्ति अपने जीवन में अमल करें.