दुर्ग। भिलाई तीन थाना अंतर्गत जी केबिन निवासी अज्जू (18 साल) पिता विरेंद्र का मांझे से गला कट गया। आसपास के लोगों ने उसे लहूलुहान हालत में लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला पहुंचाया। वहां से उसे दुर्ग जिला अस्पताल भेजा गया। जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। घटना जी केबिन चरोदा की है। …
दुर्ग। भिलाई तीन थाना अंतर्गत जी केबिन निवासी अज्जू (18 साल) पिता विरेंद्र का मांझे से गला कट गया। आसपास के लोगों ने उसे लहूलुहान हालत में लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला पहुंचाया। वहां से उसे दुर्ग जिला अस्पताल भेजा गया। जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। घटना जी केबिन चरोदा की है। सोमवार सुबह 10.30 बजे के करीब देव बलौदा जाने वाली सड़क के पास कुछ लड़के पतंग उड़ा रहे थे। इसी दौरान अज्जू अपनी बाइक में पीछे विहान को बैठाकर कहीं जा रहा था। अचानक पतंग का मांझा उसके गले से फंस गया। अज्जू की बाइक आगे जाने से मांझा उसके गले में कस गया और गले को काट दिया।
अज्जू लहू लुहान होकर बाइक सहित वहीं गिर गया। इससे विहान के सिर में गहरी चोट आई। आसपास के लोगों ने तुरंत 112 को फोन करके बुलाया। दोनों को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद उसे दुर्ग जिला अस्पताल रेफर कर दिया। दुर्ग में डॉक्टरों ने उसे बचाने का काफी प्रयास किया, लेकिन गला अधिक कट जाने और खून बह जाने से उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं पांच साल के विहान की हालत गंभीर बनी हुई है। सूचना मिलने पर पुलिस ने शव को पोस्ट मार्टम के लिए जिला अस्पताल की मरचुरी में रखवा दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।