खता उनकी नहीं यारों वो भी क्या करते, बहुत चाहने वाले थे किस-किस से वफा करते

ज़ाकिर घुरसेना/ कैलाश यादव प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि बस्तर से राजधानी तक कानून का राज खत्म हो गया है। मात्र एक माह में ही छत्तीसगढ़ अब अपराधगढ़ बन गया है अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं, सरे आम चाकू मारा जा रहा है लूट की वारदातें आम हो …
ज़ाकिर घुरसेना/ कैलाश यादव
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि बस्तर से राजधानी तक कानून का राज खत्म हो गया है। मात्र एक माह में ही छत्तीसगढ़ अब अपराधगढ़ बन गया है अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं, सरे आम चाकू मारा जा रहा है लूट की वारदातें आम हो गई है। बैज के मुताबिक एक महीने में ही प्रदेश में अराजकता और क्राइम बढ़ गया है। जनता में खुसुर फुसुर है कि कांग्रेस के शासन में तो राम राज्य था, दूध की नदियां बहने लगी थी, लोग अपने घरों में ताला नहीं लगाते थे, लूटपाट,हत्या सब बंद हो गई थी क्या? बैज जी क्रिमिनल किसी पार्टी के नहीं होते सरकार किसी की भी रहे क्राइम करना ही उनका मकस्द रहता है इसी बात पर किसी शायर ने ठीक ही कहा है खता उनकी नहीं यारों वो भी क्या करते, बहुत चाहने वाले थे किस-किस से वफा करते।
सभी लोक सभा क्षेत्र में कांग्रेस का सम्मलेन
विधानसभा चुनाव हारने के बाद अब कांग्रेसी सभी लोकसभा क्षेत्रों में सम्मलेन करने की तैयारी में है। नए प्रभारी सचिन पायलट से मिलकर चर्चा कर आगे की रणनीति तय की जाएगी। अब समस्या ये है की सचिन पायलट कांग्रेसियों को सम्हालें या बहुरुपिया कांग्रेसियों की खोज खबर लें या भाजपा से निपटें। जब तक मंथन करेंगे लोकसभा चुनाव की तारीख आ जाएगी। विधानसभा चुनाव में लुटापिटा कारवां लेकर जनता जनार्दन के सामने जाएंगे, जनता थोड़ी बहुत हमदर्दी तो दिखा देगी लेकिन कांग्रेस के अंदर अपनों को ही हराने का जो खेल करने वाले है उनसे कैसे निपटेंगे।
साय के कंधे में एक स्टार
पिछले माह मुख्यमंत्री पद सम्हाले विष्णुदेव साय के कंधे में एक स्टार जुड़ गया। दरअसल स्वस्छता सर्वेक्षण 2023 में सबसे स्वस्छ राज्यों में छत्तीसगढ़ के नाम हो गया। अब जनता को ये समझ में नहीं आ रहा है सफाई किसकी हुई शहरों की या कांग्रेस की। जनता में खुसुर फुसुर है कि कांग्रेस को साफ कर मुख्यमंत्री की कुर्सी में विराजमान है। प्रदेश को स्वच्छता सर्वेक्षण में तीसरा स्थान मिलने पर साय सरकार के साथ विभागीय मंत्री और उपमुख्यमंत्री खुश है। एक महीने पहले सरकार में आए साय सरकार के स्वच्छता सर्वेक्षण में पुरस्कार मिलने की चर्चा दिल्ली से लेकर बगिया तक है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि भाजपाई कहते फिर रहे है कि साय ने कांग्रेस के भूपेश सरकार को विधानसधा चुनाव में कांग्रेस सरकार को एकतरफा जड़ से साफ कर दिया इसलिए केंद्र सरकार ने स्वच्छता सर्वेक्षण के रास्ते सीएम साय को स्वच्छता पुरस्कार से सम्मानित किया है।
एक पत्रकार फिर पिट गया
साय सरकार आने के बाद पत्रकारों के बुरे दिन तो नहीं आ रहे हैं। पिछले दिनों अंबिकापुर में उनके सामने भाजपा कार्यकर्ताओं ने एक टीवी पत्रकार को धुन दिया और अब राजधानी में डीडी थाने में पुलिस वालों ने महिला पत्रकार सहित उसके सहयोगी पत्रकार को लात घूंसो से जमकर धुनाई कर दी। जनता में खुसुर-फुसुर है किया विष्णु देव साय भले इंसान हैं। कहीं उनके विरोधियों की चाल तो नहीं की पत्रकारों को पिटवाओ और बैठ कर तमाशे देखो।
नारी शक्ति टॉप पर
हाल ही में सिविल जज परीक्षा के परिणाम घोषित हुए है जिसमें 9 लड़कियां टॉप टेन में है। पीएससी ने सिविल जज के 48 पदों पर प्रवेश परीक्षा के लिए विज्ञापन जारी किया और 17 अगस्त को परीक्षा आयोजित किया था, जिसमें कुल 144 अभ्यर्थियों को आमंत्रित किया गया। 48 चयनित सूची में 9 लड़कियों ने टॉप टेन में स्थान हासिल की है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि यही छत्तीसगढ़ महतारी की महिमा है। रामलला के ननिहाल में माता कौशल्या का प्रताप साफ दिखाई दे रहा है।
डीडी सिंह घिरे आफत में
संविदा सचिव के पद पर कार्यरत डीडी सिंह के खिलाफ विभिन्न कर्मचारी संगठनों सहित पूर्व विधायक ने मोर्चा खोल दिया है। राज्य प्रसासनिक सेवा संघ के अधिकारियों ने 10 बिंदुओं पर सीएम साय से डीडी सिंह के खिलाफ शिकायत की है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि मंत्रालय में सभी अपनी -अपनी रोटी सेंक रहे हंै। कल तक यही संघ वाले डीडी ंिसह को यस बॉस बोलते थे, अब सरकार बदलने की रंग बदल लिया है। ऐसा ही होता जब सब कुछ ठीक रहता है तो कोई कुछ नहीं बोलता,जब हालत बिगडऩे लगते है तो कोई भी आते जाते पत्थर मार चला जाता है।
पायलट के स्वागत में कटी जेब
कांग्रेस के नए प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट के स्वागत में पहुंचे एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता विजय भट्टाचार्य की जेब कट गई। इस बात की जानकारी उस समय हुई जब राजीव भवन में किसी को पैसे देने के लिए अपनी जेब टोटोली। जनता में खुसुर-फुसुर हैै कि किसने किसकी जेब काटी यह तो नहीं मालूम लेकिन ये सच है कि जेब कटी है प्रदेश की।
चलते-चलते -
मुन्सिफ़ हो अगर तुम तो कब इंसाफ़ करोगे, मुजरिम हैं अगर हम तो सज़ा क्यूँ नहीं देते। रहे दो दो फ़रिश्ते साथ अब इंसाफ़ क्या होगा, किसी ने कुछ लिखा होगा किसी ने कुछ लिखा होगा।
