लोडेड बंदूक से अचानक चली गोली तो दोनों के पेट में कैसे लगी?
सवाल जवान की मौत का, कौन है जिम्मेदार, लोड बंदूक लेकर कैसे चल सकता है जवान? एक यात्री घायल, स्टेशन में मची अफरा-तफरी और भगदड़ से हालत बेकाबू हो गए जवान की मौत के पीछे कोई साजिश तो नहीं, सूक्ष्मता से जांच का विषय विषम परिस्थिति में फायरिंग के आर्डर के बाद ही कारतूस लोड …
सवाल जवान की मौत का, कौन है जिम्मेदार, लोड बंदूक लेकर कैसे चल सकता है जवान?
एक यात्री घायल, स्टेशन में मची अफरा-तफरी और भगदड़ से हालत बेकाबू हो गए
जवान की मौत के पीछे कोई साजिश तो नहीं, सूक्ष्मता से जांच का विषय
विषम परिस्थिति में फायरिंग के आर्डर के बाद ही कारतूस लोड होता है बंदूक में
लोड बंदूक लेकर जवान कैसे कर रहा था सफर, जवान की मौत पर अधिकारी कर रहे लीपापोती
एक गोली चलने से दोनो के पेट में दुर्घटनावश कैसे लग सकती है?
रायपुर: राजधानी रायपुर में आरपीएफ के जवान की गोली लगने से मौत की खबर किसी सोची समझी साजिश का हिस्सा तो नहीं, सवाल यह है कि जब विषम परिस्थिति में फायरिंग के नौबत आ जाती है तो फोर्स को कम से कम 15 मिनट पहले बंदूक लोड करने का आर्डर दिया जाता है, फिर फायरिंग का आर्डर जारी होता है। जिस ट्रेन में जवान सफर कर रहा था, वहां तो ऐसी स्थिति बिलकुल नहीं थी, फोर्स नियमित रूटिन में ड्यूटी में बंदूक लेकर चलता है लेकिन बंदूक खाली रखा जाता है। छपरा से दुर्ग तक चलने वाली सारनाथ एक्सप्रेस में गोली चलने से एक आरपीएफ जवान की मौत हो गई है, जबकि एक यात्री भी घायल हो गया है। रायपुर रेलवे स्टेशन में गोली चलने से अफरा-तफरी मच गई। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। सारनाथ एक्सप्रेस सुबह रायपुर पहुंची थी। जानकारी के अनुसार छपरा से दुर्ग तक चलने वाली सारनाथ एक्सप्रेस शनिवार सुबह अपने तय समय पर उसलापुर पहुंची। इसके बाद ट्रेन उसलापुर स्टेशन से रायपुर के लिए रवाना हुई। ट्रेन में आरपीएफ उप निरीक्षक एसडी डी घोष के साथ चार आरपीएफ जवान डयूटी पर तैनात थे। गोली चलने से मची भगदड़: ट्रेन जैसे ही शनिवार सुबह रायपुर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची। इसी दौरान ट्रेन से उतरते समय स्लीपर के कोच नंबर दो से गोली चलने की आवाज आई। गोली आवाज सुनकर ट्रेन सहित रेलवे स्टेशन पर मौजूद यात्री दहशत में आ गए। साथी जवान जब मौके पर पहुंचे तो देखा कि आरपीएफ आरक्षक दिनेश चंद्र ट्रेन के फर्श पर गिरा पड़ा है। प्राथमिक जांच में कहा जा रहा है कि गोली आरपीएफ आरक्षक दिनेश चंद्र के बंदूक से चली है। जिससे गोली आरक्षक दिनेश के सीने में जा लगी। जबकि इस घटना में एक यात्री भी जख्मी हो गया। दोनों को आनन-फानन में निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। जहां इलाज के दौरान आरपीएफ जवान की मौत हो गई। इधर, इस घटना के बाद स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। हालांकि आरक्षक के बंदूक से गोली कैसे चली, इसे लेकर पुलिस जांच कर रही है। वहीं आरपीएफ के अधिकारी इसे एक्सिडेंटल फायर बता रहे हैं। घायल यात्री के पिता ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा, किसी ने कहा नीचे मत उतरना गोली चल रही है। लेकिन नीचे देखा तो ट्रेन के फर्श पर आरपीएफ जवान गिरा पड़ा था। फिर देखा तो मेरे बच्चे के पेट से खून बह रहा है। इसके बाद ट्रेन में भगदड़ मच गई। इसके बाद मौके पर पुलिस आई। उन्होंने जवान और मेरे बच्चे को उठाया और अस्पताल ले गए। ट्रेन में गोली कैसे चली इसकी जानकारी नहीं है।
उतरते समय आरक्षक से चली गोली, रेलवे पुलिस का बयान: रायपुर रेलवे स्टेशन में फायरिंग हुई। इस पर रेलवे पुलिस ने बयान जारी किया और बताया कि गाड़ी संख्या 15159 सारनाथ एक्सप्रेस में उसलापुर से रायपुर तक उप नि एसडी डी घोष+04 आरपीएसएफ के द्वारा अनुरक्षण कर रहे थे। अनुरक्षण कर रायपुर स्टेशन प्लैटफॉर्म नंबर 01 पर सुबह 6 बजे आरपीएसएफ बल सदस्य आरक्षक दिनेश चंद्र के बंदूक़ से कोच नंबर एस/02 से उतरते समय एक्सीडेंटल फायर हुआ। जिससे स्वयं दिनेश चंद के सीने पर गोली लगी है। वही ऊपर बर्थ में नवरोज़ाबाद निवासी मोहम्मद दानिस और साइड में उसके पिता सोए हुए थे गोली चलने की आवाज़ से वे दोनों उठे तो देखें कि मोहम्मद दानिश के पेट में भी गोली लगी है। जिसके बाद जवान और मोहम्मद दानिश दोनों को रामकृष्ण हॉस्पिटल ले जाकर एडमिट किया गया। जवान दिनेश चंद्र ह्य/श करतार सिंह उम्र -34 निवासी राजस्थान की राम कृष्ण केयर हास्पिटल में मौत हो गई है। नवरोज़ाबाद निवासी मोहम्मद दानिस पिता इक्तियाक आलम का इलाज जारी है।