![मुस्कान की फसल उगाएँ मुस्कान की फसल उगाएँ](https://i0.wp.com/jantaserishta.com/wp-content/uploads/2023/12/MATCH-1.jpg)
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रायपुर। मोखला निवासी जनता से रिश्ता के पाठक रोशन साहू ने कविता के जरिए शांति बनाए रखने की अपील की है.
।।मुस्कान की फसल उगाएँ।।
जिनको पता वही बताएँ,हम क्या खोयें क्या पाएँ।
लीक लकीरों पर चल हारे,अब राह न कोई भटकाएँ।।
चरण चिन्ह देख चलें हैं,अमिट रेख क्या गलत सही है।
तय भी तो है वापस जाना,अब गफलत पल न गवाएँ।।
हवा मुट्ठियों में आएँ न मतलब की रेखा खींच जाएँ।
कुछ रिश्ते बिन अनुबंधन,पल साथ-साथ चल पाएँ।।
जानी-पहिचानी बस नही है,इतनी तेरी दुनियादारी।
नाम पट्टिका मतलब से हैं,बेमतलब परिचय बनाएँ।।
हाथ सदा मोतियाँ रीतीं,यूँ चलो अनुभव पूंजी लुटाएँ।
तन से धन से कर न सकें,मन संबल हम बन पाएँ।।
तस्वीरों में न साथ सही,तकलीफों में जो साथ
खड़े।
समझौतों का दर्द न पालें,मुस्कान की फसल उगाएँ।।
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