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पिता ने किया हौसला अफजाई, श्रेयांशी ने हासिल कर ली सफलता की मंजिल

13 Feb 2024 3:28 AM GMT
पिता ने किया हौसला अफजाई, श्रेयांशी ने हासिल कर ली सफलता की मंजिल
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बिलासपुर। दूर दृष्टि, पक्का इरादा और मन में कुछ करने की ललक हो तो सफलता के क्षेत्र में कोई बाधा आड़े नहीं आती। इसे चरितार्थ कर दिखाया है बिलासपुर छत्तीसगढ़ की बेटी श्रेयांशी जैन ने। बीबीए थर्ड ईयर की छात्रा श्रेयांशी ने दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस परेड में एनसीसी की ओर से छत्तीसगढ़ का …

बिलासपुर। दूर दृष्टि, पक्का इरादा और मन में कुछ करने की ललक हो तो सफलता के क्षेत्र में कोई बाधा आड़े नहीं आती। इसे चरितार्थ कर दिखाया है बिलासपुर छत्तीसगढ़ की बेटी श्रेयांशी जैन ने। बीबीए थर्ड ईयर की छात्रा श्रेयांशी ने दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस परेड में एनसीसी की ओर से छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व कर बिलासपुर का नाम रोशन किया।

बचपन से ही देश प्रेम का जज्बा: श्रेयांशी बचपन से ही स्कूल में एनसीसी कैडेट के रूप में शिरकत करती आ रही हैं लेकिन देश के गणतंत्र दिवस में शामिल होने का अवसर उन्हें कालेज़ पहुंचने के बाद ही मिल पाया। एनसीसी एक राष्ट्रीय संगठन है, जिसने कैडेट में देशभक्ति की भावना, स्वयं पर विश्वास, साहस की भावना और युवाओं को अनुशासित बनाने में मदद की है। बिलासपुर की श्रेयांशी जैन बचपन से ही देश सेवा के लिए मेहनत कर रही हैं।

एनसीसी का हिस्सा रहीं: श्रेयांशी स्कूली जीवन से ही एनसीसी कैडेट का हिस्सा रही हैं। श्रेयांशी जिला स्तरीय, राज्य स्तरीय कैंप में शामिल हो चुकी है। अब उन्होंने राष्ट्रीय स्तर के एनसीसी कैंप में हिस्सा लेते हुए छत्तीसगढ़ की ओर से दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होकर बिलासपुर का नाम गौरवान्वित किया है।

पिता ने किया हौसला अफजाई: श्रेयांशी ने बताया कि उनके पिता संदीप जैन भी एनसीसी कैडेट रहे हैं। उन्होंने हमेशा इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उनसे ही प्रेरित होकर मैंने एनसीसी ज्वाइन किया है। मैंने बचपन से ही दिल्ली में होने वाले परेड में शामिल की ठान रखी थी। ये मेरा सपना अब जाकर पूरा हुआ। इसके लिए बचपन से ही मेहनत कर रही हूं। अपने स्कूल में एनसीसी का ए सर्टिफिकेट लिया। इसके बाद लगातार दिल्ली में परेड करने का प्रयास करती रही। पिता हमेशा ही इसके लिए प्रेरित करते रहे हैं।इसके अलावा एनसीसी अफसर वैभव अवस्थी ने काफी सहयोग किया।

ऐसे मिली मंजिल: श्रेयांशी जैन के पिता संदीप जैन एनसीसी कैडेट रहे हैं। उन्होंने श्रेयांशी को शुरुआत से ही ऐसे स्कूल में दाखिला दिलवाया, जहां वह एनसीसी जॉइन कर सके और आगे अपना भविष्य बना सके। श्रेयांशी बिलासपुर के एक निजी स्कूल में पढ़ाई करते वक्त ही एनसीसी का ए सर्टिफिकेट ले चुकी थी। लगातार प्रयास कर रही थी कि वह आगे बढ़े। उन्होंने कॉलेज पहुंचने के बाद फर्स्ट ईयर और सेकंड ईयर में भी सर्टिफिकेट ए और सी ले लिया था। इसके बाद फर्स्ट ईयर में वह कॉलेज में ही एनसीसी परेड का अभ्यास करती रही। फिर सेकंड ईयर में वह कैंप अटेंड की। श्रेयांशी बिलासपुर में हुए एनसीसी के कैंप अटेंड करने के बाद रायपुर में भी कैंप अटेंड की। इसके बाद वह तीन बार भोपाल में कैंप अटेंड कर चुकी है। इसके अलावा दिल्ली के आरडीसी कैंप में भी वह अपना जौहर दिखा चुकी हैं।

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