मानवता की भलाई के लिए पार्थिव शरीर को आयुर्वेदिक कॉलेज में किया दान
दुर्ग। मरने के बाद मानवता की भलाई के लिए दुर्ग की एक महामानव की पार्थिव काया मानवता को समर्पित हो गई। साकेत कॉलोनी, कातुलबोर्ड, दुर्ग निवासी मीना यादव पति स्व. ए के यादव के मरणोपरांत उनकी मृत काया चिकित्सा अध्ययन हेतु प्रनाम के अध्यक्ष पवन केसवानी के माध्यम से शासकीय आयुर्वेदिक कॉलेज, बिलासपुर को दान कर दी गई। करीब 8 साल पहले मीना यादव ने पवन केसवानी की काउंसलिंग के माध्यम से देहदान किया था।
जिनके निधन की सूचना पुत्र आशीष यादव द्वारा पवन केसवानी दिए जाने पर प्रनाम द्वारा शववाहन की व्यवस्था के अलावा अन्य शासकीय औपचारिकता संपन्न करवाई गई। देहदान के पूर्व एक संक्षिप्त श्रद्धांजलि सभा भी की गई जिसमें बिलासपुर शासकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रशांत निषाद, प्रनाम के सदस्य चंद्र कुमार केसवानी, आशीष यादव, संजीव थवाईत, गीतांजलि नियोगी, प्रिया ठावरे, बपन नियोगी, मनोज ठावरे, आभा यादव, नेहा यादव, धनुष सिंह गौतम, जीवंत सहाय, जया गौतम, अनिल मसीह, मेहुल यादव, अंजना चौधरी, मोगरा यादव की स्वर्गीय मीना यादव के देहदान हेतु विशेष सहभागिता रही। विगत 15 वर्षों से देहदान हेतु समर्पित संस्था प्रनाम द्वारा अभी तक 198 देशदानियों का पार्थिव शरीर छत्तीसगढ़ के अलग-अलग मेडिकल कॉलेज को अध्ययन एवं अध्यापन हेतु उपलब्ध करवाए जा चुका है। प्रनाम के माध्यम से 1900 से ज्यादा प्रबुद्ध जनों ने देहदान की वसीयत जारी कर चुके हैं।