प्रदेश की जनता ने भूपेश सरकार को हटाने का बड़ा कड़ा निर्णय लिया, भूपेश सरकार से जनता को कोई शिकायत नहीं है, लेकिन उनके कर्ताधर्ता से शिकायत जिसने भूपेश बघेल के साथ कांग्रेस की छवि खराब कर दी। इसी नाराजगी का परिणाम है कि भाजपा प्रदेश में प्रचंड बहुमत से सरकार बनाने जा रही है। प्रदेश की जनता छत्तीसगढ़ को नशा और अपराध मुक्त देखना चाहती है। रायपुर नशाली पदार्थ के तस्करों का कारिडोर बना हुआ था, गांजा, शराब, अफीम का ऐसा कारिडोर बना हुआ है यहां से पूरे देश में गांजा- शराब और मादक पदार्थों की तस्करी को अंजाम दिया जाता है। जिसके चलते गैंगवार और माफियावार से आमजनता को खामियाजा भुगतना पड़ता है। मामूली बात पर हत्या हो जाना राजधानी का स्टेट सिंबाल बन गया है। चोरी छिनताई, उठाईगिरी, छेड़छाड़, लूट, डकैती जैसे अपराध राजधानी में कामन हो गए है। गांव हो या शहर यहां तक की राजधानी में गुंडे बदमाशों को हौसलेे इतने बुलंद होते थे कि वो घर में घुसकर महिला से छेड़छाड़ दुष्कर्म कर फरार हो जाते थे, पुलिस में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी महीनों कार्रवाई नहीं होती थी। इसी कारण कांग्रेस सरकार के प्रति जनता का आक्रोश फूटा। अब बाजपा सरकार से उम्मीद है कि नई शुरूआत ऐसी करें कि छत्तीसगढ़ की कानून व्यवस्था की गूंज पूरे देश में हो। लोग अमन चैन से रहे, अपराध मुके छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को यथार्थ में भाजपा सरकार बदले ताकि मोदी की गारंटी अमनचैन,शांति भेदभाव मुक्त सरकार की गारंटी बनकर प्रदेश को विकास की दिशा में एक नया इतिहास रचे।
भाजपा की महतारी योजना के पक्ष में महिलाओं के द्वारा मतदान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया, जो 55 सीटों पर भाजपा को ऐतिहासिक जीत मिली।
सर्वप्रथम सरकार के द्वारा दारू बेचना मनमाने रेट पर नान ब्रांडेड और नकली ।
दूसरा प्रमुख कारण बृजमोहन अग्रवाल के साथ जनसंपर्क के दौरान तालीबानी और कायराना हरकत बैजनाथ पारा में की गई जिसका असर पूरे प्रदेश में पड़ा। और जबरदस्त होने के कारण भाजपा को बढ़त मिली। जिससे रायपुर जिले की सभी सातों सीटें पर कमल खिला।
राजधानी में विकास का ना होना स्मार्ट सिटी के नाम पर चौक चौराहा और स्मार्ट टॉयलेट बस स्टॉप विकास कार्यों निर्माण पर फिजूल खर्ची का खुला खेल जनता जर्नादन को रास नहीं आया। जनता ने अपनी आंखों के सामने खराब और बेवजह निर्माण कार्य होते देखा जिसका जनता के लाभ से कोई मतलब नहीं रहा।
सट्टा जुआ अफीम चरस गांजा नशे की गोली गली मोहल्ले में लगातार विक्रय होना, कानून व्यवस्था के नाम पर भेदभाव, लचीलापन, गुंडे बाउंसर का शहर में साम्राज्य
राजधानी में हर जगह बसस्टैंड, रेलवे स्टोशन, सब्जी मंडी, सरकारी हास्पिटलों, होटलों में तालीबानी हुकुमत, अवैध वसूली।