ब्लीडिंग बंद नहीं होने से प्रसव पीड़िता की मौत, नर्सिंग होम की लापरवाही

बिलासपुर। बिलासपुर में डिलीवरी कराने गई महिला तीन घंटों तक दर्द से कराहती रही। लेकिन, पैसे जमा नहीं करने के कारण अस्पताल प्रबंधन ने उसे भर्ती नहीं किया। इसके चलते महिला का सर्जरी करना पड़ा और जुड़वा बच्चे को जन्म देने के बाद महिला की मौत हो गई। इस घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने …
बिलासपुर। बिलासपुर में डिलीवरी कराने गई महिला तीन घंटों तक दर्द से कराहती रही। लेकिन, पैसे जमा नहीं करने के कारण अस्पताल प्रबंधन ने उसे भर्ती नहीं किया। इसके चलते महिला का सर्जरी करना पड़ा और जुड़वा बच्चे को जन्म देने के बाद महिला की मौत हो गई। इस घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया। इस दौरान पुलिस मौके पर पहुंच गई और परिजनों को समझाईश देती रही। लेकिन, परिजन जांच कर कार्रवाई करने की मांग पर अड़े रहे। मामला तोरवा थाना क्षेत्र का है।
मस्तूरी क्षेत्र के ग्राम गतौरा निवासी राजेंद्र यादव राजमिस्त्री है। उसकी पत्नी सुनीता यादव (38) गर्भवती थी। बुधवार की सुबह उसे प्रसव पीड़ा हुई, तब परिजन उसे लेकर तोरवा चौक स्थित मित्रा नर्सिंग होम लेकर पहुंचे। अस्पताल के स्टाफ ने उसका डिलीवरी कराने के लिए भर्ती किया।
महिला के परिजन बिंदा बाई ने बताया कि हम लोग सुबह से अस्पताल आए थे। सुनीता दर्द से कराह रही थी। लेकिन, अस्पताल प्रबंधन पैसे जमा करने पर ही इलाज शुरू करने की जिद पर अड़े रहे। हम लोग गांव से कर्ज लेकर आए, तब तीन घंटे बाद उपचार शुरू हुआ। जिसके बाद ऑपरेशन किया गया। लेकिन, सर्जरी के बाद ब्लिडिंग बंद नहीं हुई। इस बीच आनन-फानन में उसे दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया गया। फिर महिला की मौत हो गई।
