सीतापुर। जिले में स्कूली बच्चों से काम कराने का मामला निकलकर सामने आया है. जबकि नियमानुसार शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत पढ़ाई के दौरान स्कूली बच्चों से काम कराना नियम विरुद्ध है। इसके बाद भी एक निजी स्कूल द्वारा स्कूली बच्चों से साफ सफाई के नाम पर झाड़ू लगवाया जा रहा था। स्कूली बच्चों …
सीतापुर। जिले में स्कूली बच्चों से काम कराने का मामला निकलकर सामने आया है. जबकि नियमानुसार शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत पढ़ाई के दौरान स्कूली बच्चों से काम कराना नियम विरुद्ध है। इसके बाद भी एक निजी स्कूल द्वारा स्कूली बच्चों से साफ सफाई के नाम पर झाड़ू लगवाया जा रहा था।
स्कूली बच्चों से काम करवाने को लेकर सवाल पूछे जाने पर प्रधानपाठक ने बताया कि, स्कूल अवधि के दौरान बच्चों से बागवानी की सफाई करा रहे थे। प्रधानपाठक के इस बयान यह जाहिर होता है कि, निजी स्कूलों में मनमानी किस कदर मनमानी चल रही है और इसके लिए ये प्रशानिक नियमों को भी ताक में रखने से नहीं चूक रहे हैं।
मामला सेंट जोसेफ कान्वेंट हायर सेकंडरी स्कूल भैसाखार का है, जहां स्कूल अवधि के दौरान स्कूली छात्राओं से साफ सफाई के नाम पर झाड़ू लगवाया जा रहा था। स्कूल की छात्राओ से सफाई के नाम पर परिसर के अंदर एवं बाहर झाड़ू लगवाया जा रहा था। स्कूली बच्चों द्वारा इस तरह के काम कराना नियम विरुद्ध है। उसके बाद भी संस्था द्वारा बेखौफ होकर बच्चों से यह कार्य कराया जा रहा था। इस दौरान कई अभिभावकों की नजर इस पर पड़ी पर वो डर के मारे इसका विरोध नही कर पाए कि, कही संस्था उनके बच्चों को प्रताड़ित न करें। जबकि स्कूलों की मनमानी पर नकेल कसने सरकार ने शिक्षा के अधिकार अधिनियम लागू कर रखा है। ताकि स्कूल में बच्चों से पढ़ाई के अलावा अन्य कोई कार्य नही कराया जाए जो अप्रासंगिक हो।