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बच्चों में गंभीर बीमारियों का चिरायु से होता है इलाज

jantaserishta.com
25 Jun 2023 3:20 AM GMT
बच्चों में गंभीर बीमारियों का चिरायु से होता है इलाज
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उत्तर बस्तर कांकेर: कलेक्टर डाॅ. प्रियंका शुक्ला ने जिले के सभी विकास खंडों के राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के चिरायु टीम व संबंधित विकासखण्ड के बी.एम.ओ, बी.पी.एम. व जिला स्तरीय कार्यक्रम के चिकित्सा अधिकारियों व सलाहकार की समीक्षा बैठक लेकर निर्देशित करते हुए कहा कि चिरायु टीम द्वारा आंगनबाड़ी के बच्चों व 18 वर्ष तक के सभी स्कूली बच्चों का गुणवत्तापूर्वक समय-सीमा में स्वास्थ्य परीक्षण किया जावे। स्वास्थ्य जांच के दौरान पाये गये बीमारी का तत्काल उपचार और रेफर योग्य केस में प्रत्येक स्तर पर तथा समय से रेफर कर उपचार कराना सुनिश्चित किया जाये, ताकि बीमारी से प्रभावित बच्चों को समय पर ईलाज कर निरोगी की जा सके। जिले का कोई भी बच्चा ईलाज के अभाव में गंभीर बीमारी से पीड़ित न होे। चिरायु कार्यक्रम का जन समुदाय में व्यापक प्रचार-प्रचार करने केे लिए भी उनके द्वारा निर्देशित किया गया, ताकि सभी लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके। इस नेक काम में पूरी संवेदनशीलता के साथ कार्य करने के लिए चिरायु टीम को प्रेरित करते हुए कलेक्टर ने चिरायु टीम को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान कर उनके कार्य कौशल को बढ़ाने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.अविनाश खरे को निर्देशित किया, जिससे टीम द्वारा बिमारियों की सही पहचान कर उनका उचित उपचार सुनिश्चित की जा सके। कलेक्टर डाॅ. शुक्ला ने कहा कि कार्यक्रम में कसावट लाने हेतु जिला स्तर से चिरायु टीम के कार्यों का औचक निरीक्षण किया जावे। उन्होंने स्वयं भी अपने भ्रमण के दौरान औचक निरीक्षण करने की बात कही।
समीक्षा के दौरान कांकेर जिले में चल रहे मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ सह सघन कुष्ठ खोज एवं नेत्र ज्योति अभियान की भी समीक्षा की गई। इस अभियान के तहत स्वास्थ्य अमला द्वारा घर-घर भ्रमण कर परिवार के सभी सदस्यों का स्वास्थ्य जाॅच अनिवार्य रूप से करने के लिए निर्देश दिये गये तथा सर्वेक्षण दल द्वारा खोजे गये संभावित बीमारियों को सूचीबद्ध करते हुए सभी संभावित मरीजों की चिकित्सकीय परीक्षण उपरान्त तत्काल उपचार प्रारंभ करने के लिए निर्देशित किया। कांकेर जिले को मलेरिया, कुष्ठ एवं अंधत्व मुक्त बनाने के लिए सभी एकजुट होकर कार्य करने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया। कार्य में लापरवाही बरतने के कारण खण्ड चिकित्सा अधिकारी कांकेर को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिये गये।
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