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बैकुन्ठपुर पहुंची राष्ट्रीय टीम ने किया सरईगहना हेल्थ वेलनेस सेंटर का निरीक्षण

jantaserishta.com
13 Jun 2023 2:32 AM GMT
बैकुन्ठपुर पहुंची राष्ट्रीय टीम ने किया सरईगहना हेल्थ वेलनेस सेंटर का निरीक्षण
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कोरिया: छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में राष्ट्रीय टीम ने उप स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया, यहां आकर हेल्थ वेलनेस सेंटर के 12 विभागों की जांच की गई। कलेक्टर कोरिया विनय कुमार लंगेह के मार्गदर्शन में कोरिया जिले के सीएचएमओ डॉ. आर.एस.सेंगर और डीपीएम डॉ. प्रिंस जायसवाल ने बताया कि, नेशनल क्वालिटी इंश्योरेंस स्टैंडर्ड्स एनक्यूएएस की दो सदस्यीय टीम में जिसमें डॉ. प्रशांत, महाराष्ट और सुश्री सोनम, मध्य प्रदेश से आए थे। केंद्र सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों एनक्यूएएस कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। ताकि बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्वास्थ्य केंद्र को पहचाना जा सके और समुदाय के सार्वजनिक अस्पतालों की विश्वसनीयता में सुधार हो सके। इसके तहत एनक्यूएएस टीम के द्वारा सरईगहना के उप स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया गया। मूल्यांकन के दौरान जिला और ब्लॉक स्तर के स्वास्थ्य अधिकारी कर्मचारी भी मौजूद रहे।
स्वास्थ्य विभाग ने सीएचसी, पीएचसी व नागरिक अस्पताल के साथ अब हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर भी नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस के तहत कार्य शुरू कर दिया है। कोरिया जिले के जिला मुख्यालय बैकुन्ठपुर के सरईगहना गांव के हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर को इसके लिए चयनित किया गया था। यह स्टेट टीम से असेसमेंट करवाई है। इसके साथ नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस के तहत चयनित किया है।
इन जगह पर स्टेट टीम इसी महीने में असेसमेंट किया। ताकि पता चल सके कि यहां राष्ट्रीय मानकों के तहत मरीजों को उपचार मिल रहा है या नहीं। जिले के अंदर 88 हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर को अपग्रेड किया गया है। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को इनसे सीधा लाभ मिल रहा है। अब नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस से इनकी असेसमेंट होने के बाद मरीजों को गुणवत्ता पूर्वक इलाज मिलेगा।
ऐसे होता है मूल्यांकन
स्वास्थ्य केन्द्र में 6 प्रमुख विभागों ओपीडी, आइपीडी, प्रयोगशाला, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं सामान्य प्रशासन के निर्धारित मापदंडों पर आंकलन होता है। केन्द्र पर रोगियों को दी जाने वाली चिकित्सा सेवाओं को लेकर भी नियमित फीडबैक लिया जाता है। सर्टिफिकेशन के लिए पहले संस्थान के स्तर पर कमेटी बनाकर आंकलन किया जाता है। इसके बाद जिला स्तरीय कमेटी मूल्यांकन करती है। विभिन्न सेवाओं पर स्कोर देकर प्रस्तावित करने के बाद राज्य स्तरीय कमेटी दौरा करती है। आखिरी में राष्ट्रीय कमेटी स्वास्थ्य केंद्र की ग्राउंड रिपोर्ट देखकर आंकलन करती है।
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