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सूरजपुर: विद्या गैस एजेन्सी नयनपुर में एनडीआरएफ टीम ने किया मॉक ड्रील

jantaserishta.com
2 Dec 2022 6:18 AM GMT
सूरजपुर: विद्या गैस एजेन्सी नयनपुर में एनडीआरएफ टीम ने किया मॉक ड्रील
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सूरजपुर: कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा के निर्देश पर जिले के औद्योगिक क्षेत्र नयनपुर स्थित विद्या गैस एजेन्सी में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) 03 री बटालिय मण्डली कटक के द्वारा मॉक ड्रील किया गया। आपदा राहत दल के जवानों ने गैस रिसाव की स्थिति में किस प्रकार आपदा से लड़ना चाहिए उसका परीक्षण एवं मॉक ड्रिल किया। संयुक्त कलेक्टर नरेन्द्र पैकरा, नोडल अधिकारी डिप्टी कलेक्टर नन्दजी पाण्डेय, महाप्रबंधक श्रीमती टी. तिग्गा, तहसीलदार संजय राठौर, विद्या गैस एजेन्सी के प्रो. अन्जनी सिंघल, अवेधश कुशवाहा ने मॉक ड्रिल का अवलोकन एवं निरीक्षण किया।
बुधवार को सुबह 11ः00 बजे नयनपुर में स्थित विद्या गैस एजेन्सी में घुलनशील एसीटीलीन गैस के रिसाव की सूचना कंट्रोल रूम को दी गई। सांकेतिक लिकेज विद्या गैस एजेन्सी को रेस्क्यू एंड कंट्रोल टीम ने एहतियातन गैस सिलिंडर को वाटर स्क्रीन बनाकर कंट्रोल करने का प्रयास किया। इसी दौरान फायर ब्रिगेड, पुलिस, परिवहन, नगर निगम एवं स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी पहुंचीं। विद्या गैस एजेन्सी के स्टेजिंग एरिया में सभी संसाधन तथा बचाव उपकरण व मशीनरी एकत्रित की गई। अफसरों ने घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल एनडीआरएफ से सम्पर्क किया। एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंचकर गैस सिलिंडरों की सांकेतिक लीकेज का जायजा लिया और राहत कार्यों में जुट गई। टीम का नेतृत्व सुनील पलाल कर रहे थे। उनके साथ एसआई राजीव कुमार, विनोद कुमार मीणा, रमन पवार भी थे। आपदा बल के कुल 30 जवानों ने अपने अपने कार्य को समन्वय के साथ किया। टीम ने सबसे पहले गैस लीकेज पर काबू पाया और लीकेज कर रहे सिलेडर को सिल किया। साथ ही एजेन्सी में फंसे एक व्यक्तियों को प्लांट परिसर में बनाए अस्थाई मेडिकल पोस्ट में प्राथमिक उपचार देकर एंबुलेंस से अस्पताल भिजवाया गया, तथा दो अन्य लोगों का अस्थाई मेडिकल पोस्ट में प्राथमिक उपचार दिया गया। चूकिं औद्योगिक क्षेत्र में जहां विद्या गैस एजेन्सी है वहां पर घुलनशील एसीटिलीन का रिसाव हो रहा था। इस गैस का अत्यधिक मात्रा में एसिटिलीन का लगभग 20 औद्योगिक गैसों उद्योग द्वारा ऑक्सीसाइटीलीन गैस वेल्डिंग और लौ के उच्च तापमान के कारण काटने के लिए आपूर्ति की जाती है। गैस अधिक मात्रा में शरीर में चले जाने पर मितली आना, बेहोश होना, श्वास लेने में परेशानी जैसी समस्या होती है।
इस मौके पर मॉक ड्रिल में जिला प्रशासन, पुलिस, फायर ब्रिगेड, जिला चिकित्सा विभाग, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा मोचन बल, एवं आस पास के ग्रामीण लोगों ने पूरे जोश के साथ हिस्सा लिया।
संयुक्त कलेक्टर पैकरा एवं नोडल अधिकारी ने आपदा एवं बचाव की टीम को स्वयं का बचाव करते हुए आपातकालीन सेवा कर समय में बेहतर प्रबंधन कर जोखिम में फंसे व्यक्तियों का जान बचाने के लिए हौसला अफजाई की तथा सभी के उज्जवल भविष्य की कामना की।
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