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छत्तीसगढ़ खेलों से खो-खो कबड्डी फुगड़ी जैसे अन्य पारंपरिक खेलों को मिलेगा बढ़ावा

jantaserishta.com
17 July 2023 2:40 AM GMT
छत्तीसगढ़ खेलों से खो-खो कबड्डी फुगड़ी जैसे अन्य पारंपरिक खेलों को मिलेगा बढ़ावा
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कवर्धा: छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खो-खो, कबड्डी, फुगड़ी, पिट्टूल जैसे अन्य खेलो को प्रोत्साहित करने खेल को लेकर स्थानीय प्रतिभाओं को निखारनें, खेलों के प्रति जागरूकता लाने, खिलाड़ियों को मंच प्रदान करने और खेल भावना का विकास करने के उद्देश्य से पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक 2023-24 का आयोजन 17 जुलाई को हरेली तिहार से किया जा रहा है। इस अवसर पर जिला स्तर कार्यक्रम का आयोजन जनपद पंचायत बोड़ला के ग्राम पंचायत खंडसरा में कैबिनेट मंत्री एवं कवर्धा विधायक श्री मोहम्मद अकबर की अध्यक्षता में आयोजित किया जाएगा। इसी प्रकार पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चन्द्राकर सहसपुर लोहारा के ग्राम रामपुर (ठाठापुर) में आयोजित ब्लाक स्तरीय आयोजन में शामिल होंगे। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक खेलों का शुभारंभ होगा। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के निर्देश पर हरेली पर्व, छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक, और रोखाछेका आयोजन की सभी तैयारियां कर ली गई है।
कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने हरेली त्यौहार किसानों का प्रमुख त्यौहार है। इस दिन किसान अपने खेती किसानी में उपयोग में होने वाले सभी औजार जैसे, नागर, कुदारी, रापा, अन्य सामान और बैल का विधिवत पूजा अर्चना की जाती है। इस बार हरेली पर्व पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशानुसार छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक खेल और छत्तीसगढ़ की पारंपरिक रोकाछेका का शुभांरभ होगा। उन्होंने बताया कि रोकाछेका किसानों द्वारा ग्राम स्तर पर फसलों की सुरक्षा के लिए खुले में मवेशियों के चरने में रोक लगाई जाती है।यह एक परम्परागत अभियान है, जिसे शासन स्तर पर रोकाछेका को बढ़ावा देने के लिए विषय अभियान चलाया जा रहा है।
कलेक्टर ने बताया छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में आयु वर्ग को तीन वर्गों में रखा गया है। इसमें प्रथम वर्ग 18 वर्ष की आयु तक के प्रतिभागी होंगे। दूसरा वर्ग 18 से 40 वर्ष की आयु सीमा तक और तीसरे वर्ग में 40 वर्ष से अधिक उम्र के प्रतिभागी शामिल होंगे। सभी वर्गों में अनेक प्रकार के खेलों का समावेश किया गया है जो पारंपरिक रूप से ग्रामीण इलाकों में खेला जाता है। उन्होंने बताया कि शासन की मंशा अनुसार ग्रामीण प्रतिभाओं एवं खेलों को बढ़ावा देने इसका आयोजन जिला स्तर पर हो रहा है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री संदीप कुमार अग्रवाल ने बताया कि सावन महीने के अमावस्या में हरेली का त्यौहार मनाया जाता है। हरेली मुख्यतः खेती-किसानी से जुड़ा पर्व है और यह छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्वो में से एक है। इस त्यौहार के पहले तक किसान अपनी फसलों की बोआई या रोपाई कर लेते हैं और इस दिन कृषि संबंधी सभी यंत्रों नागर, गैंती, कुदाली, फावड़ा समेत कृषि के काम आने वाले सभी तरह के औजारों की साफ-सफाई कर उन्हें एक स्थान पर रखकर उसकी पूजा-अर्चना करते हैं। छत्तीसगढ़ की संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए इस वर्ष भी हरेली तिहार को व्यापक रूप से हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इसी दिन छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरुआत जिले में हो रही है जिसमे जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन ग्राम खंडसर में किया जाएगा। उन्होने बताया कि छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में सभी आयु वर्ग के प्रतिभागी भाग लेते हैं जिसमें महिला एवं पुरुष दोनों सम्मिलित हैं। गत वर्ष इन खेलों के आयोजनों में जिले के खिलाड़ियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया था एवं खिलाड़ियों ने राज्य स्तर पर जीत हासिल की थी। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में राजीवगांधी युवा मितान की भी भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है।
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