CG-DPR

शैक्षणिक कैलेण्डर पर आधारित होंगी एकलव्य विद्यालय की गतिविधियां

jantaserishta.com
15 Sep 2022 2:46 AM GMT
शैक्षणिक कैलेण्डर पर आधारित होंगी एकलव्य विद्यालय की गतिविधियां
x
रायपुर: छत्तीसगढ़ के एकलव्य विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को बेहतर शैक्षणिक माहौल मिलेगा। इन विद्यालयों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ सर्वांगीण विकास के लिए प्रयास किए जाएंगे। आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विभाग की आयुक्त शम्मी आबिदी ने रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग के प्राचार्यों एवं छात्रावास अधीक्षकों की संयुक्त बैठक ली। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में शैक्षणिक कैलेण्डर के अनुसार अध्यापन कार्य सुनिश्चित किया जाए।
एकलव्य विद्यालय के प्राचार्यों और छात्रावास अधीक्षकों की बैठक को संबोधित करते हुए श्रीमती आबिदी ने कहा कि विद्यालय में अध्ययनरत् बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु प्राचार्यों एवं छात्रावास अधीक्षकों को आपसी समन्वय स्थापित करते हुए यथोचित प्रयास करें। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों को किताबें और गणवेश समय पर मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। सभी विद्यालयों में पुस्तकालय और कम्प्यूटर लैब की व्यवस्था होनी चाहिए। इसके साथ ही प्रत्येक विद्यालय की वेबसाइट बनाने और प्रत्येक छह माह में विद्यालय की शैक्षणिक और खेलकूद गतिविधियों पर आधारित पत्रिका का प्रकाशन किया जाए। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में नवाचार करने वाले प्राचार्यों अथवा छात्रावास अधीक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में प्रदेश में अनुसूचित जनजाति के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कक्षा 6वीं से 12वीं तक के कुल 73 एकलव्य आदर्श विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं।
श्रीमती आबिदी ने कहा कि विद्यालय में किसी विषय के शिक्षक उपलब्ध नहीं है, ऐसी स्थिति में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की जाए। बच्चों को किताबें और गणवेश प्राप्त होने में किसी प्रकार की दिक्कत होती है, इसके लिए तत्काल जिले के सहायक आयुक्त एवं मुख्यालय स्तर पर जानकारी दी जाए। उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों को सीबीएसई की सम्बद्धता प्राप्त हो गई है, ऐसे विद्यालय अपने क्षेत्र में संचालित नवोदय विद्यालय के प्राचार्यों और शिक्षकों का सहयोग लेकर सीबीएसई की शिक्षा पद्धति के अनुसार अध्ययन का प्रजेन्टेशन प्रोग्राम आयोजित करें।
श्रीमती आबिदी ने कहा कि विद्यालय में बच्चों की सुरक्षा को पूरा ध्यान रखने के साथ बच्चों का नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए। इसके अलावा विद्यालय में स्वच्छ किचन शेड, साफ शौचालय, विद्यालय परिसर में साफ-सफाई, बागवानी, स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था, कैश बुक एवं अन्य स्टॉक पंजियों के उचित संधारण किया जाए। प्रत्येक विद्यालय के डाइनिंग हॉल में बच्चों के भोजन करने हेतु डाइनिंग टेबल की उचित व्यवस्था करने एवं विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण अंतर्गतेे फलदार वृक्ष लगाए जाने के निर्देश भी दिए।
jantaserishta.com

jantaserishta.com

    Next Story