CG-DPR

दुर्ग: 1 लाख 5 हजार बच्चों का किया गया स्वास्थ्य परीक्षण

jantaserishta.com
15 March 2022 4:05 AM GMT
दुर्ग: 1 लाख 5 हजार बच्चों का किया गया स्वास्थ्य परीक्षण
x

दुर्ग: जिले में चिरायु कार्यक्रम अन्तर्गत बाल स्वास्थ्य की देखभाल के लिए 10 दल कार्यरत है, जिसमें से धमधा विकासखण्ड में 02, विकास खण्ड पाटन में 03, विकास खण्ड निकुम 02, शहरी दुर्ग में 01 एवं शहरी भिलाई में 02 दल कार्यरत है, सभी दल के लिए वाहन सुविधा उपलब्ध है। प्रत्येक दल में आयुष चिकित्सा अधिकारी (महिला /पुरूष ) एएनएम, आरएचओ महिला, फार्मसिस्ट कार्यरत है। सभी दल द्वारा जिले के कुल लक्षित 1148 स्कुल जिसमें 158812 व कुल आंगनबाडी 1482 जिसमें कुल 124384 बच्चे है जिनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाना है।

प्रत्येक चिरायु दल द्वारा अपने संबंधित विकासखण्ड/ शहरी यूनिट में लक्षित शालाओं का वर्ष में 1 बार एवं आंगनबाडियो का वर्ष में 2 बार भ्रमण किया जाता है। स्कूल व आगनबाडी में भ्रमण के दौरान बच्चो का स्वास्थ्य परीक्षण व उपचार किया जाता है, एवं उच्च स्वास्थ्य संस्था में आवश्यकता अनुसार रिफर भी किया जाता है।
चिरायु दल द्वारा द्वारा वर्ष 2021-22 में जिले के 217 ग्रामो में 688 स्कूल एवं 432 आंगनबाडी का भ्रमण किया गया जिसमें कुल 140446 बच्चे दर्ज थे जिसमें 105157 बच्चो का स्वास्थ्य जांच परीक्षण किया गया, जिसमें से 21306 बच्चों में बीमारी पाई गई जिसमें से 20619 बच्चो का उपचार स्वास्थ्य जांच परीक्षण के दौरान पूर्ण करा लिया गया। 687 बच्चो को उच्च स्वास्थ्य संस्था में उपचार हेतु रिफर किया गया। जिसमें सभी बच्चो के उपचार की प्रक्रिया जारी है।
विभिन्न बीमारियों की श्रेणी अन्तर्गत बच्चो को उच्च संस्था हेतु रिफर किया जाता है। वर्ष 2014 से 2022 तक चिरायु दलो द्वारा 21910 बच्चोें को विभिन्न बीमारियो की श्रेणी अन्तर्गत उच्च संस्था में उपचार हेतु रिफर किया गया है। 21130 बच्चों के कुछ क्षेणीयो में से उपचार पूर्ण है तथा कुछ श्रेणीयो के बच्चो का उपचार निरन्तर किया जाता है, शेष बच्चो का उपचार की प्रक्रिया निरन्तर जारी है। विभिन्न बीमारियों की श्रेणी में से हदय रोग के 655 बच्चो में से 616 , होंट एव तालू की विकृति 96 में से 94 जन्मजात मोतियाबिंद 41 मे से 41 जन्मजात बधिर 114 मे से 108, कान का संक्रमण 359 में से 357 दृष्टि दोष 3251 मे से 3054, सुनने में परेशानी 214 में से 205, दंत रोग 1561 में से 1556, सीखने विकार 223 में से 212 में से कुछ श्रेणीयो में से उपचार पूर्ण है तथा कुछ श्रेणीयो के बच्चो का उपचार निरन्तर किया जा रहा है।

jantaserishta.com

jantaserishta.com

    Next Story