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शत प्रतिशत बच्चों को स्कूल में दाखिला कराने के संकल्प के साथ भोपालपटनम में जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव

jantaserishta.com
2 July 2023 3:24 AM GMT
शत प्रतिशत बच्चों को स्कूल में दाखिला कराने के संकल्प के साथ भोपालपटनम में जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव
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बीजापुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गरीब, असहाय आदिवासी, ग्रामीणों क्षेत्रों के बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने के लिए कटिबद्ध है। प्राइवेट स्कूलों के महंगे शिक्षा से निजात दिलाने स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी और हिन्दी माध्यम स्कूल का शुभारंभ किया है, जहां हमारे हर वर्ग के बच्चे निःशुल्क रूप से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। शिक्षा के महत्व पर क्षेत्रीय विधायक एवं बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री विक्रम शाह मंडावी ने भोपालपटनम में आयोजित जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में सबके लिए शिक्षा आवश्यक है।
बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री विक्रम शाह मंडावी ने कहा कि माता-पिता की सबसे बड़ी चिंता अपने बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा दिलाने की है, जिसे हमारे प्रदेश के मुखिया ने दूर किया। स्वामी आत्मानंद स्कूल की मांग जगह-जगह होने लगी है। बीजापुर में पहले 07 स्कूल थे, अब 30 स्कूल चल रहे हैं और स्कूल स्वामी आत्मानंद विद्यालय खोलने प्रक्रियाधीन है। छत्तीसगढ़ सरकार का शिक्षा के प्रति संवेदनशील पहल प्रदेश के नौनिहालों का बेहतर भविष्य गढ़ रहा है। विधायक श्री विक्रम मंडावी ने कहा कि जिले की शिक्षा व्यवस्था की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए हम सब दृढ़ संकल्पित है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी स्कूलों का नियमित रूप से निरीक्षण करें, शिक्षकों और विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करें ताकि हमारे सुदूर वनांचल क्षेत्र के बच्चे शिक्षा के क्षेत्र में हमारे जिले का नाम रौशन कर सके।
मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना से हमने स्कूलों को रोचक और आकर्षक बनाने का प्रयास किया है फिर भी जिन स्कूलों का मरम्मत शेष हैं उन्हें भी धीरे-धीरे पूरा किया जाएगा और बेहतर गुणवत्ता युक्त शिक्षा के लिए तैयार किया जाएगा। श्री मंडावी ने कहा कि शिक्षक समाज का दर्पण होता है। समाज में शिक्षक का सम्मान सर्वाेपरि है। उन्होंने शिक्षकों से अपील करते हुए कहा कि विद्यालय के लिए समयबद्ध कार्यक्रम निर्धारित कर उनका पालन करें। बच्चों को अच्छी शिक्षा दें, ताकि उनका सर्वांगीण विकास हो सके। सरकार की पहल पर जिले में 199 स्कूल जो कि सलवा जुडूम के समय से बंद थे, उन स्कूलों को पुनः संचालित कर स्थानीय युवाओं को शिक्षादूत के रूप में अध्यापन कार्य के लिए रखा गया है। आज अंदरूनी एवं सुदूर क्षेत्र के करीब 7 हजार बच्चे शिक्षा की मुख्य धारा से जुड़ गए हैं।
कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा ने कहा कि शिक्षा हर वर्ग के लिए अनिवार्य है, सभी को शिक्षा का अधिकार है, इसलिए स्कूल और शिक्षा के प्रति लोगों में जागरूकता लाए। जिले में शालात्यागी और शाला अप्रवेशी बच्चों की संख्या शून्य हो अर्थात सभी बच्चे शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़े। उन्हांेने कहा कि पालकों का नियमित बैठक लें, घर-घर जाकर शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करें। कोई भी बच्चा स्कूल जाने से नहीं छुटे इस बात का विशेष ध्यान रखें। शिक्षकों को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि शिक्षक स्वयं अनुशासित रहेगा तो बच्चे भी अनुशासित रहेंगे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष श्री शंकर कुड़ियम, उपाध्यक्ष श्री कमलेश कारम, जिला पंचायत एवं कृषक कल्याण बोर्ड के सदस्य श्री बसंत राव ताटी, जिला पंचायत एवं बस्तर विकास प्राधिकरण के सदस्य श्रीमती नीना रावतिया ने भी अपने विचार प्रकट किए। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने मनमोहक प्रस्तुति देकर विशाल जनसमूह को आकर्षित किया। कार्यक्रम भोपालपटनम स्थित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल में संचालित हुआ, जहां नवप्रवेशी बच्चों का मुंह मीठा कराकर, तिलक-चंदन लगाकर, फूल-माला से नए शिक्षा सत्र में प्रवेश के लिए अतिथियों ने स्वागत किया और बच्चों को शालागणवेश एवं पाठ्यपुस्तक वितरित किया गया। वहीं कक्षा नवमी की छात्राओं को साईकिल वितरित की गई।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सरिता चापा, जनपद अध्यक्ष निर्मला मरपल्ली, नगर पंचायत अध्यक्ष सुश्री रिंकी कोर्राम सहित जिला शिक्षा अधिकारी श्री बलीराम बघेल, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री केएस मशराम सहित जनप्रतिनिधिगण, गणमान्य नागरिक और विद्यार्थीगण उपस्थित थे।
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