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एग्री कार्निवल 2022: इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित कृषि मड़ई में एनएबीएल द्वारा परीक्षण प्रयोगशालाओं की मान्यता हेतु आयोजित कार्यशाला संपन्न

jantaserishta.com
19 Oct 2022 3:42 AM GMT
एग्री कार्निवल 2022: इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित कृषि मड़ई में एनएबीएल द्वारा परीक्षण प्रयोगशालाओं की मान्यता हेतु आयोजित कार्यशाला संपन्न
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रायपुर: इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित पांच दिवसीय एग्री कार्निवल-2022, अंतर्राष्ट्रीय कृषि मड़ई में आज भारत सरकार की मान्यता प्राप्त जांच एजेंसी राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (NABL) द्वारा अवेर्नेस मीट में परीक्षण एवं जांच की मान्यता पर केंद्रित विषय पर सत्र का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि एनएबीएल के सीईओ श्री एन. वेंकटेश्वरन रहे और अध्यक्षता इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने की। कुलपति डॉ. चंदेल ने एनएबीएल बोर्ड का स्वागत करते हुए कहा कि हम अन्नदाता हेल्पिंग इंस्टिट्यूशन हैं, जो लगातार किसानों के हित में कृषि नवोन्मेष एवं शोध के कार्यों को बढ़ावा देने की दिशा में प्रयासरत हैं।
इस सत्र में एनएबीएल के सीईओ श्री एन. वेंकटेश्वरन के साथ एजेंसी के निदेशकों अनुजा आनंद, मल्लिका गोपे, अनिता रानी ने विभिन्न संस्थानों, शासकीय एवं निजी प्रयोगशालाओं के प्रतिनिधियों एवं विश्वविद्यालय के शोधार्थियों और छात्रों को अलग-अलग मानकों के आधार में परीक्षण एवं जांच की प्रक्रिया को समझाया। बोर्ड के सदस्यों ने जांच की प्रकिया, लैब में परीक्षण एवं जांच के पैमाने एवं अन्य मानकों के आधार पर बात रखी।
अवेयरनेस मीट को संबोधित करते हुए एनएबीएल के सीईओ श्री वेंकटेश्वरन ने कहा कि स्वास्थ्य और पोषकता की जो समस्या हमारे बीच है, उसे दूर करते हुए लोगों को गुणवत्तापूर्ण पोषक आहार कैसे मिले, हम इस उद्देश्य के साथ काम करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। लोगों की थाली में जाने से पहले चांवल, गेहूं, दाल जैसे अनेकों वस्तुओं को परीक्षण की कई प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है, यह जानने के लिए कि खाना सुरक्षित है या नहीं हमें लैब की जरूरत पड़ती है, लैब में परीक्षण के अनुकूल सुविधाओं की उपलब्धता है या नहीं, गुणवत्ता के सभी तथ्यों का ध्यान रखते हुए एनएबीएल लैब को एक्रीडिटेशन प्रदान करती है। इसके पश्चात निदेशक अनुजा आनंद ने एक्रीडिटेशन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हम टेस्टिंग के माध्यम से गुणवत्ता का समर्थन करने का काम करते हैं।
निदेशक मल्लिका गोपे ने कहा कि हम गुणवत्तापूर्ण और शत प्रतिशत सत्यापन का उद्देश्य लेकर काम करते हैं, ताकि परीक्षण और अंशांकन प्रयोगशालाओं की गुणवत्ता और तकनीकी क्षमता को इसके आधार पर मूल्यांकन प्रदान कर सके। एनएबीएल के संयुक्त निदेशक अनिता रानी ने एजेंसी की कार्यशैली के बारे में बताया और कहा कि मानव की मूलभूत जरूरत खान-पान एवं अन्य जरूरी उपयोगी वस्तुओं को निर्धारित मानकों के अनुकूल परीक्षण को बढ़ावा देना हमारा उद्देश्य है। अवेयरनेस मीट के दौरान एनएबीएल बोर्ड के सदस्यों ने एजेंसी की विश्वस्तरीय परीक्षण व्यवस्था और सत्यापन की वैधता को लेकर भी विस्तार से बात रखी और सत्र में उपस्थित प्रतिनिधियों के सवालों के जवाब भी दिए।
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