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आपका बैंक अकाउंट एक फोन खाली कर सकता है, जाने

Bhumika Sahu
27 Dec 2021 2:58 AM GMT
आपका बैंक अकाउंट एक फोन खाली कर सकता है, जाने
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पिछले कुछ समय में साइबर अपराध के मामले तेजी के साथ बढ़े हैं. इनमें से एक तरीका विशिंग (Vishing) का है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना महामारी के दौर में लोग अपना ज्यादातर समय स्मार्टफोन और लैपटॉप पर बिताते हैं. ऐसे में साइबर अपराधी भी इसका फायदा उठा रहा है. पिछले कुछ समय में साइबर अपराध के मामले तेजी के साथ बढ़े हैं. इनमें से एक तरीका विशिंग (Vishing) का है. विशिंग में अपराधी आपसे फोन कॉल के जरिए गोपनीय जानकारी को हासिल कर लेते हैं. वे डिटेल्स जैसे यूजर आईडी, लॉग इन और ट्रांजैक्शन पासवर्ड, ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड), URN (यूनिक रजिस्ट्रेशन नंबर), कार्ड पिन, ग्रिड कार्ड वैल्यू, सीवी या कोई निजी जानकारी जैसे जन्म की तारीख, माता का नाम आदि पता कर सकते हैं.

अपराधी बैंक की ओर से होने का झूठा दावा करते हैं और ग्राहकों से फोन पर उनकी निजी और वित्तीय डिटेल्स की जानकारी ले लेते हैं. इन डिटेल्स का इस्तेमाल करके वे आपके अकाउंट के साथ धोखाधड़ी करते हैं, जिससे आपको बड़ा वित्तीय नुकसान पहुंच सकता है.
कैसे होता है यह फ्रॉड?
इसमें अपराधी ग्राहक को फोन करते हैं और बैंक की ओर से होने का दावा करते हैं. वे व्यक्ति से उसकी निजी डिटेल्स जैसे यूजर आईडी, लॉग इन और ट्रांजैक्शन पासवर्ड, ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड), URN (यूनिक रजिस्ट्रेशन नंबर), कार्ड पिन, ग्रिड कार्ड वैल्यू, सीवीवी या कोई दूसरी पर्सनल डिटेल जैसे जन्म की तारीख, माता का नाम पूछ सकते हैं.
बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
आपके बैंक के पास आपकी कुछ निजी डिटेल्स मौजूद होती हैं. ऐसे किसी भी कॉलर से सावधान रहें, जिसे आपकी बेसिक पर्सनल डिटेल्स जैसे पहला और आखिरी नाम (हालांकि, इस अकेली बात पर भी विश्वास करना सही नहीं है). अगर आपको ऐसी कॉल मिलती है, तो उसके बारे में तुरंत बैंक को सूचित करें.
किसी टेलिफोन सिस्टम पर अपनी पर्सनल या अकाउंट डिटेल्स को साझा नहीं करें, जो आपको टेलिफोन मैसेज में मिला हो. या फोन मैसेज के जरिए टेलिफोन नंबर मिलने पर भी उस पर डिटेल्स को शेयर करने से बचें. ईमेल और एसएमएस पर भी डिटेल्स को शेयर नहीं करें, खासतौर पर अगर वह आपके क्रेडिट कार्ड या बैंक अकाउंट से संबंधित किसी सिक्योरिटी मामले को लेकर हो.
जब कोई टेलिफोन नंबर दिया जाता है, तो सबसे पहले आपके क्रेडिट कार्ड के पीछे दिए गए फोन नंबर पर कॉल करें. इसके अलावा बैंक स्टेटमेंट पर दिए नंबर पर भी कॉल कर सकते हैं. इससे यह वेरिफाई हो जाएगा कि क्या वह नंबर असल में बैंक का है या नहीं.
अगर आपके पास कोई एसएमएस या कॉल आता है, जिसमें आपके निजी या क्रेडिट या डेबिट कार्ड की जानकारी मांगी जाती है, तो कृप्या इस जानकारी को शेयर नहीं करें.


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