रिटायरमेंट प्लानिंग में आप भी कर सकते हैं मदद, बस करने होंगे ये काम
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। माता-पिता हमेशा चाहते हैं कि उनके बच्चे काबिल बनें, सही से अपने पैरों पर खड़े हो सकें और इसके लिए वे उन्हें तमाम सुविधाएं देते हैं। लेकिन इस चक्कर में अक्सर उनका अपना भविष्य खतरे में पड़ जाता है। वे बच्चों को अच्छे स्कूल-कॉलेज में पढ़ाने में इतना व्यस्त हो जाते हैं कि खुद के रिटायरमेंट की प्लानिंग ही नहीं कर पाते, जबकि रिटायरमेंट की प्लानिंग बहुत जरूरी होती है। इससे आपका भी भविष्य बेहतर और खुशहाल होता है। हालांकि घर खर्च, बच्चों की उच्च शिक्षा और उनकी शादी वगैरह के लिए माता-पिता बिना आगे की प्लानिंग किए भारी-भरकम लोन तक ले लेते हैं, जो उनके रिटायरमेंट की प्लानिंग पर भी पानी फेर देता है। ऐसे में जब बच्चे अच्छे से पढ़-लिख जाते हैं, अच्छी नौकरी या व्यवसाय करने लगते हैं तो यह उनकी भी जिम्मेदारी बन जाती है कि वे पैरेंट्स की रिटायरमेंट प्लानिंग में मदद करें, लेकिन कैसे? आइए जानते हैं इसके बारे में...
अगर आप अपने पैरेंट्स को बेहतर रिटायरमेंट लाइफ देना चाहते हैं तो यह सबसे जरूरी है कि आप उनके वित्तीय बोझ को साझा करें। इसकी शुरुआत आप उच्च शिक्षा से कर सकते हैं। आप चाहें तो ज्वाइंट एजुकेशन लोन ले सकते हैं, जिसमें माता-पिता को को-बॉरोअर बनाना पड़ेगा। एक बार आपका कोर्स पूरा हो जाए और नौकरी करने लगें तो आप खुद कर्ज को उतार सकते हैं। ऐसे में माता-पिता पर अधिक वित्तीय बोझ नहीं होगा और वे आराम से अपने रिटायरमेंट की प्लानिंग कर सकते हैं।
अगर आप नौकरी करते हैं और माता-पिता के साथ ही रहते हैं तो बेहतर होगा कि आप घर खर्च में हाथ बंटाएं। इससे आपके माता-पिता को रिटायरमेंट के लिए बचत करने में मदद मिलेगी। आप घर खर्च, जैसे कि घर का किराया आदि में हाथ बंटाकर टैक्स भी बचा सकते हैं।
अगर आपके माता-पिता कहीं किराये के मकान में रहते हैं और उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है तो बेहतर होगा कि आप उनसे बात करके किसी बड़े घर के बजाय छोटे घर में शिफ्ट हो जाएं। इससे पैसों की बचत होगी और उन पैसों को माता-पिता अपने रिटायरमेंट की प्लानिंग के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं।