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Xiaomi
Canalys की एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि Xiaomi द्वारा 2019 में शिप किए गए 148 मिलियन स्मार्टफोन्स की तुलना में कंपनी ने 2020 तक लगभग 145 मिलियन यूनिट्स शिप किए. इसका नतीजा ये हुआ कि कंपनी अब भारत की नंबर 1 स्मार्टफोन कंपनी बन चुकी है. दो प्रतिशत की मामूली गिरावट कोरोनोवायरस के कारण शुरुआत में थी लेकिन दूसरे हाफ में इस नुकसान की भरपाई कर ली गई तो वहीं तीसरे हाफ में मजबूत शिपमेंट के कारण कंपनी को काफी ज्यादा फायदा हुआ.
Canalys ने कहा कि, चीनी कंपनियां जैसे शाओमी, ओप्पो और वीवो को भारत- चीन विवाद के कारण थोड़ा बहुत नुकसान जरूर हुआ लेकिन तीनों ने मिलकर साल 2020 में कुल 77 प्रतिशत की शिपमेंट दर्ज की. साल 2019 में ये आंकड़ा 72 प्रतिशत का था. शाओमी हालांकि जहां टॉप पायदान पर है लेकिन साल दर साल कंपनी की शिपमेंट में 5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है. कंपनी फिर भी सैमसंग से आगे है.
वीवो तीसरे नंबर पर
वीवो इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर आया है. कंपनी ने 26.9 मिलियन यूनिट्स शिप किए हैं जहां 19 प्रतिशत का मार्केट शेयर हासिल किया है. Canalys रिपोर्ट में कहा गया है कि रियलमी को काफी अच्छी ग्रोथ मिली है और कंपनी ने 19.5 मिलियन शिपमेंट्स की है जहां साल 2020 में रियलमी का मार्केट शेयर 13 प्रतिशत का रहा है. कंपनी को सालाना फायदा 24 प्रतिशत का हुआ है. काउंटपाइंट ने भी अपनी रिपोर्ट में कुछ इस तरह की ही बात कही थी.
साल 2020 के आखिरी क्वार्टर में स्मार्टफोन शिपमेंट्स 43.9 मिलियन यूनिट्स तक पहुंच चुका था जहां इसमें 13 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई थी. पिछले क्वार्टर में शाओमी ने कुल 12 मिलियन यूनिट्स शिप किए थे और 27 प्रतिशत मार्केट शेयर पर कब्जा किया था. सैमसंग को 9.2 मिलियन शिपमेंट्स के साथ दूसरा पायदान मिला था जहां कंपनी का मार्केट शेयर 20 प्रतिशत कता था. वीवो तीसरे नंबर पर था और उसने 7.7 मिलियन स्मार्टफोन्स शिप किए थे.
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