व्यापार
Hyundai Alcazar और Kia Carens दोनों कारों में कौन है बेहतर, जानें फीचर्स और लुक्स
Ritisha Jaiswal
4 Feb 2022 11:04 AM GMT
x
कोरियाई कार निर्माता फरवरी में कैरेंस को बाजार में लॉन्च करेगी और भारतीय बाजार में Kia Carens की एक प्रमुख प्रतिद्वंद्वी Hyundai Alcazar रहने वाली है।
पिछले कुछ महीनो में थ्री-रो एसयूवी का बाजार एक्साइटमेंट से भरा रहा है। टाटा मोटर्स से महिंद्रा, हुंडई से एमजी मोटर्स, पिछले 12 महीनों में कई कार निर्माता कंपनियों ने इसी सेगमेंट में अपने दांव पेश किये है। अब किआ इंडिया की बारी है। कोरियाई कार निर्माता फरवरी में कैरेंस को बाजार में लॉन्च करेगी और भारतीय बाजार में Kia Carens की एक प्रमुख प्रतिद्वंद्वी Hyundai Alcazar रहने वाली है।
डिज़ाइन एवं डायमेंशन:
क्रेटा, अल्काज़ार, सेल्टोस और करेन्स, ये चारों गाड़िया हुंडई के K2 प्लेटफॉर्म पर आधारित हैं। क्रेटा और अल्काज़ार में कई समान डिज़ाइन तत्व हैं जैसे की फ्रंट LED हेडलाइट्स, बॉडी के साइड प्लास्टिक। दूसरी ओर, सेल्टोस और कैरेंस डिज़ाइन की तुलना करे तो बोहत ज़्यादा अंतर दीखता है। करेन्स में किआ की नयी डिज़ाइन फिलोसॉफी साफ़ दिखाई पढ़ती है जैसे की पियानो-ब्लैक में दिया EV -जैसा ग्रिल एवं LED हेडलाइट्स। हुंडई अल्काज़र का पिछले हिस्से वाला क्वार्टर गिलास भी किआ करेन्स से आकर में बड़ा है।
डिजाइन की और बात करे तो, अल्काज़ार और करेन्स में एक महत्वपूर्ण अंतर है। साइड स्टेप, बड़े 18-इंच के अलॉय व्हील और स्किड प्लेट्स के बदौलत, हुंडई अल्काज़ार एक SUV जैसा ज़्यादा दीखता है। जबकि, करेन्स को छोटे 16-इंच के पहिये, सेगमेंट में सबसे लंबा व्हीलबेस के कारण, इस गाड़ी को MPV की तरह लुक देता है। आसान शब्दों में कहें तो डिजाइन के मामले में अल्काज़ार का मुकाबला टाटा सफारी और महिंद्रा XUV700 से होगा जबकि किआ करेन्स टक्कर देगी मारुति सुजुकी XL6 और टोयोटा इन्नोवा क्रिस्टा को।
आकार के मामले में, कैरेंस अल्काज़र से थोड़ी बड़ी है। अल्कज़ार 4,500 मिमी लंबा, 1,790 मिमी चौड़ा और 1,675 मिमी ऊचा है। दूसरी ओर, कैरेंस 4,540 मिमी लम्बी, 1,800 मिमी चौड़ी और 1,708 मिमी ऊंची है। कैरेंस में 2,780 मिमी की व्हीलबेस है जो अल्काज़ार से 20 मिमी अधिक लम्बी है।
फीचर्स और कम्फर्ट:
ये दोनों कार निर्माता बाजार की अब्वल फीचर्स के लिए जाने जाते हैं। अगर आप एक ऐसी फैमिली कार की तलाश में हैं जिसमें ढेर सारे क्रिएचर कम्फर्ट फीचर्स हों, तो किआ करेन्स और हुंडई अल्काज़ार दोनों ही आपको पसंद आएंगे। ये दोनों गाड़िया कनेक्टेड टेक से लैस हैं, आगे की सीटों के लिए कूलिंग सुविधा दी गयी है, USB चार्जिंग मिलता है, टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट और डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले प्रदान करती हैं। दोनों कारें 6 और 7-सीटर ऑप्शन के साथ आती हैं। हालांकि सीट अपहोल्स्ट्री के लिए अलग-अलग रंग उपयोग किये गए हैं। किआ ने करेन्स की सीटों के लिए हल्के रंग का इस्तेमाल किया है जबकि हुंडई अल्काज़ार की सीटों में ब्राउन और काले रंग का संयोजन है।
मध्य पंक्ति की बात करे तो अल्काज़र में कैरेंस से अधिक फीचर्स मिलते है। अल्काज़ार में पैनोरमिक सन रूफ, डबल ट्रे, वायरलेस चार्जिंग और मिडिल रो सीट्स के लिए हेड कुशन मिलता है। दूसरी ओर, करेन्स में एक छोटा सनरूफ, रूफ-माउंटेड एसी वेंट, सिंगल ट्रे और एयर प्यूरीफायर दिया गया है।
तीसरी पंक्ति में पहुंचना और वहां बैठना कैरेंस में ज़्यादा आरामदायक है। कैरेंस की मिडिल रो कैप्टन सीट वन-टच इलेक्ट्रिक एडजस्टमेंट के साथ आती है जो आसानी से फोल्ड हो जाती है। किआ करेन्स की तीसरी रो में स्पेस भी ज्यादा है। करेन्स में 216 लीटर बूट स्पेस मिलता है जबकि हुंडई अल्काज़ार में 180 लीटर का।
इंजन और ट्रांसमिशन:
हुंडई अल्काज़ार और किआ करेन्स में एक से ज़्यादा इंजन विकल्प दिए गए है। दोनों गाड़िया में इस्तेमाल किया गया 1.5-लीटर डीजल इंजन मैन्युअल और आटोमेटिक ट्रांसमिशन के साथ मार्किट में उतारा गया है। ये इंजन 113 हार्सपावर और 242 Nm का टार्क जेनेरेट करता है। पेट्रोल इंजन की बात करे तो, किआ करेन्स और हुंडई अलकाज़ार थोड़े अलग है। अल्काज़ार में मिलता है 2-लीटर का पेट्रोल इंजन जो बनाता है 158 हार्सपावर और 191 Nm का टार्क। इस इंजन के साथ हुंडई आपको 6-स्पीड मैन्युअल और 6-स्पीड आटोमेटिक ट्रांसमिशन की सुविधा प्राप्त कराती है। किआ करेन्स नई बात करे तो, दो पेट्रोल इंजन दिए गए है जो सेल्टोस से मिलते - जुलते है। 1.5-लीटर का पेट्रोल इंजन 113 हार्सपावर और 144 Nm का टार्क जेनेरेट करता है वही 1.4-लीटर का टर्बो-पेट्रोल इंजन 140 हार्सपावर और 242 Nm पैदा करता है। ट्रांसमिशन के तौर पे, 6-स्पीड मैन्युअल, 6-स्पीड आटोमेटिक और 7-स्पीड ड्यूल-क्लच (केवल टर्बो-पेट्रोल) के विकल्प मिलेंगे।
हुंडई अल्काज़ार 2-लीटर पेट्रोल ड्राइव:
इस इंजन का उपयोग एलांट्रा और टस्कन में किया जाता है। ये इंजन बहुत रिफाइंड है, 1,600 आरपीएम के बाद बेहतरीन पिक-अप प्रदान करता है। 6-स्पीड आटोमेटिक ट्रांसमिशन भरोसेमंद है, शहर के यातायात में ड्राइव करने के लिए आरामदायक भी है। इंजन की खींचने की शक्ति अच्छी-खासी है, और कार की परफॉरमेंस किसी भी समय कमजोर महसूस नहीं होती। 360-डिग्री कैमरे की मौजूदगी के कारण, अल्काज़र को कहीं भी मोड़ने या पार्क करना भी आसान है। अलकाज़ार की ड्राइव क्वालिटी भी आलीशान है और शहरी यातायात के लिए अल्काज़र एक अच्छी कार साबित होती है। इस पेट्रोल इंजन से आप 14 kmpl के माइलेज की उम्मीद कर सकते हैं।
किआ करेन्स 1.4-लीटर टर्बो-पेट्रोल ड्राइव:
हमने इससे पहले इस इंजन का प्रयोग हुंडई क्रेटा, हुंडई वरना और किआ सेल्टोस जैसी गाड़ियों में देखा है, जहाँ इसका परफॉरमेंस बेहद रोमांचक है। हालांकि, करेन्स में ये इंजन काफी साधारण सा लग रहा है, वजह गाड़ी की वज़न। करेन्स का वज़न क्रेटा या सेल्टोस के मुकाबले 200 किलो ज़्यादा है जो इसके खींचने की क्षमता पर प्रभाव डालता है। तीन ड्राइव मोड्स प्रदान किये गए है और पड्डल शिफ्टर्स की मद्दद से करेन्स को आप थोड़ा उत्साही तरीके से चला सकते है।
टर्बो-इंजन ज़्यादा रेव करने पर थोड़ा आवाज़ करता है और इस इंजन का पिक-उप भी 2000 -आरपीएम के ऊपर ही देखने को मिलेगा। औसत के तौर पर, ये अल्काज़ार के पेट्रोल इंजन से ज़्यादा माइलेज देगी। सिटी ड्राइविंग के लिए करेन्स एक अच्छी कार मानी जा सकती है।
Next Story