भारतीय : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) में लिए गए फैसलों के बारे में बताते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज नई मौद्रिक नीति की घोषणा की। 8 से 10 अगस्त तक हुई एमपीसी की बैठक में एक बार फिर रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया गया. यह लगातार तीसरी बार है जब एमपीसी ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। इससे पहले अप्रैल और जून में हुई एमपीसी की बैठक में रेपो रेट को स्थिर रखा गया था. आज एक बार फिर गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रेपो रेट फिलहाल 6.5 फीसदी पर ही स्थिर रहेगा. आपको बता दें कि 6 सदस्यीय एमपीसी के सामने रेपो रेट के अलावा देश में बढ़ती महंगाई, अर्थव्यवस्था आदि कई मुद्दे थे, जिसके मद्देनजर यह बैठक बेहद अहम थी. आरबीआई ने आखिरी बार रेपो रेट में बदलाव फरवरी 2023 में किया था। फरवरी में एमपीसी ने रेपो रेट में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी का फैसला किया था। फरवरी में रेपो रेट में हुए इस बदलाव को मिलाकर मई 2022 से फरवरी 2023 तक रेपो रेट में 250 बेसिस प्वाइंट यानी 2.5 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है.आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज नई मौद्रिक नीति की घोषणा की। 8 से 10 अगस्त तक हुई एमपीसी की बैठक में एक बार फिर रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया गया. यह लगातार तीसरी बार है जब एमपीसी ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। इससे पहले अप्रैल और जून में हुई एमपीसी की बैठक में रेपो रेट को स्थिर रखा गया था. आज एक बार फिर गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रेपो रेट फिलहाल 6.5 फीसदी पर ही स्थिर रहेगा. आपको बता दें कि 6 सदस्यीय एमपीसी के सामने रेपो रेट के अलावा देश में बढ़ती महंगाई, अर्थव्यवस्था आदि कई मुद्दे थे, जिसके मद्देनजर यह बैठक बेहद अहम थी. आरबीआई ने आखिरी बार रेपो रेट में बदलाव फरवरी 2023 में किया था। फरवरी में एमपीसी ने रेपो रेट में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी का फैसला किया था। फरवरी में रेपो रेट में हुए इस बदलाव को मिलाकर मई 2022 से फरवरी 2023 तक रेपो रेट में 250 बेसिस प्वाइंट यानी 2.5 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है.