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मसीहा: बस ड्राइवर हुआ बेहोश तो महिला ने किया ये काम! 3 लाख से ज्‍यादा लोगों ने देखा विज्ञापन

jantaserishta.com
8 March 2022 7:22 AM GMT
मसीहा: बस ड्राइवर हुआ बेहोश तो महिला ने किया ये काम! 3 लाख से ज्‍यादा लोगों ने देखा विज्ञापन
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नई दिल्ली: कोटक जनरल इंश्‍योरेंस कंपनी (Kotak General Insurance) का एक विज्ञापन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. विज्ञापन में एक महिला (योगिता) की कहानी है जिन्हें अचानक बस ड्राइव करना पड़ा, क्योंकि बस का ड्राइवर बेहोश हो गया था.

योगिता ने इससे पहले कभी बस नहीं चलाई थी. हालांकि, उनके पास कार ड्राइविंग का अनुभव था. इसकी वजह से उन्होंने मिनी बस चला ली और ड्राइवर को अस्‍पताल पहुंचाया. खास बात ये है कि ये वायरल हुआ विज्ञापन एक सत्‍य घटना पर आधारित है. ये विज्ञापन अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस को देखते हुए बनाया गया है.
ये विज्ञापन 1 मिनट 21 सेकेंड का है. जिसमें दिखाई दे रहा है कि बस के अंदर महिलाओं का एक ग्रुप यात्रा कर रहा है. सभी काफी खुश नजर आ रहे हैं, नाचते-गाते महिलाएं नजर आ रही हैं. लेकिन, फिर बस रुक जाती है. सभी देखते हैं कि ड्राइवर अचानक बेहोश हो जाता है. उसे दौरा पड़ता है.
उसको होश में लाने की कोशिश की जाती है. लेकिन वह होश में नहीं आ पाता, सभी महिलाएं इस दौरान चिंता जताती हैं कि आखिर बस कौन चलाएगा? तभी एक महिला बस की ड्राइविंग सीट पर बैठती है और ड्राइवर को अस्‍पताल तक पहुंचाती है. विज्ञापन में दूसरी महिलाएं भी योगिता की तारीफ करती हैं. कोटक जनरल इंश्‍योरेंस कंपनी के इंस्‍टाग्राम पर शेयर हुए इस एड को अब तक 3 लाख से ज्‍यादा लोग देख चुके हैं.
बात 7 जनवरी 2022 की है. जब योगिता सातव ने पहली बार बस चलाई थी. असल में मोराची चिंचोल से पिकनिक मनाकर महिलाओं का ये ग्रुप पुणे वापस लौट रहा था. तभी ड्राइवर बेहोश हो गया. इस दौरान योगिता बिल्‍कुल भी घबराई नहीं और बस को अस्‍पताल तक एक लेकर पहुंची.
कोटक जनरल इंश्‍योरेंस ने वीडियो का कैप्‍शन दिया है, 'महिलाएं ड्राइव नहीं कर सकती हैं. आपने इस रूढि़वादी धारणा को सुना होगा. लेकिन हम आपको एक बहादुर महिला की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसने विषम परिस्थिति में गाड़ी चलाई, एक ऐसी स्‍टोरी जो आपको प्रेरित करेगी आप भी इस महिला की तरह ड्राइव कर पाएं. इस वीडियो को शनिवार को जारी किया गया था. जो इंटरनेशनल वीमेंस थीम #BreakTheBias पर आधारित है.
योगिता सातव ने ड्राइवर की हालत देखकर हिम्‍मत जुटाई और ड्राइविंग सीट संभाली. उन्‍होंने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा था, 'मैं सिविल इंजीनियरिंग ग्रेजुएट रही हूं, मैंने पिछले 20 सालों में छोटी कार जैसे मारुति सेलारियो, एसेंट और ओमिनी वैन चलाई है. ये पहली बार था कि कि मैंने किसी बड़े वाहन जैसे मिनी बस को चलाया हो.' उन्‍होंने कहा शुरुआत में ये थोड़ा मुश्किल लगा, लेकिन उन्होंने सफलतापूर्वक बस को हॉस्पिटल तक पहुंचा दिया.



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