नई दिल्ली: एचडीएफसी लिमिटेड का एचडीएफसी बैंक के साथ विलय शनिवार (1 जुलाई, 2023) से कारगर हो गया. इसका मतलब यह है कि आज से एचडीएफसी लिमिटेड की सभी शाखाएं एचडीएफसी बैंक के नाम से जानी जाएंगी. पिछले शुक्रवार को एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी लिमिटेड की भिन्न-भिन्न बोर्ड बैठक में दोनों के विलय प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी गई.
एचडीएफसी लिमिटेड का एचडीएफसी के साथ विलय राष्ट्र के कॉर्पोरेट इतिहास में सबसे बड़ा लेनदेन माना जाता है. इस रिपोर्ट में हम जानेंगे कि एचडीएफसी लिमिटेड के साथ एचडीएफसी के विलय का शेयर बाजार पर क्या असर होगा.
एचडीएफसी बैंक का बाजार कैप
शुक्रवार को व्यवसायी सत्र के अंत में एचडीएफसी बैंक का बाजार कैप 9,51,584 करोड़ रुपये था, जबकि एचडीएफसी लिमिटेड का बाजार कैप 5,22,368.64 करोड़ रुपये था. विलय से एचडीएफसी का बाजार कैप बढ़कर 14,73,953 करोड़ रुपये हो जाएगा। इस तरह रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाद एचडीएफसी बैंक बाजार कैप के हिसाब से राष्ट्र की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी. रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार कैप 17,25,704.60 करोड़ रुपये है।
निफ्टी में एचडीएफसी बैंक का वजन बढ़ेगा
फिलहाल निफ्टी में रिलायंस करीब 10 प्रतिशत वेटेज के साथ सबसे बड़ा स्टॉक है. विलय के बाद निफ्टी में एचडीएफसी बैंक का वेटेज करीब 15 प्रतिशत हो जाएगा। 30 जून को निफ्टी में एचडीएफसी बैंक का वेटेज 9.23 प्रतिशत और एचडीएफसी का 6.16 प्रतिशत था।
एचडीएफसी बैंक की सहायक कंपनी
इस विलय के बाद एचडीएफसी सिक्योरिटीज, एचडीएफसी एएमसी, एचडीएफसी एग्रो जीआईसी, एचडीएफसी कैपिटल एडवाइजर्स और एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस एचडीएफसी बैंक की सहायक कंपनियां बन जाएंगी. इसका असर कंपनी के शेयरों पर पड़ता है।
दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बैंक
विलय के बाद एचडीएफसी बैंक दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा. अब सिर्फ जेपी मॉर्गन चेज़ एंड कंपनी, इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना लिमिटेड (आईसीबीसी) और बैंक ऑफ अमेरिका ही एचडीएफसी बैंक से बड़े हैं.
शेयरधारकों पर प्रभाव
इस विलय के बाद एचडीएफसी लिमिटेड पर पूर्ण स्वामित्व सार्वजनिक शेयरधारकों का होगा. मौजूदा एचडीएफसी लिमिटेड शेयरधारकों को एचडीएफसी बैंक के 41 फीसदी शेयर मिलेंगे. एचडीएफसी लिमिटेड में प्रत्येक 25 शेयरों के लिए शेयरधारकों को एचडीएफसी बैंक के 42 शेयर मिलेंगे.