इन दिनों बाजार में कई हाइब्रिड कारें आ चुकी हैं. हालांकि, बहुत से लोगों को हाइब्रिड कारों और सामान्य कारों के बीच शायद अंतर न पता हो. अगर आप ऐसे ही लोगों में से हैं, तो आज यह लेख आपके काम आने वाला है. इसमें आप हाइब्रिड कारों और सामान्य कारों के बीच के अंतर को आसान भाषा में समझ पाएंगे. इसके साथ ही हाइब्रिड कारों के क्या फायदे और क्या नुकसान होते हैं, इनके बारे में भी आप जान पाएंगे ताकि भविष्य में आप जब भी कार खरीदें तो इस बात को लेकर कंफ्यूज ना हों कि हाइब्रिड कार खरीदें या फिर सामान्य कार ही खरीदें.
सामान्य कारों और हाइब्रिड कारों में अंतर
हाइब्रिड कारें, सामान्य कारों की तरह ही होती हैं, फर्क सिर्फ इतना होता है कि इसमें इंजन के साथ-साथ इलेक्ट्रिक मोटर भी लगा होता है. सामान्य कारों में पेट्रोल या डीजल इंजन होता है और वही कार को चलाता है. लेकिन, हाइब्रिड कारों में इंजन होने के साथ-साथ इलेक्ट्रिक मोटर भी दी जाती है और यह दोनों मिलकर जरूरत के हिसाब से कार को चलाते हैं. इन कारों में इलेक्ट्रिक मोटर और इंजन मिलकर कार को बेहतर परफॉर्मेंस देने लायक बनाते हैं.
हाइब्रिड कारों के फायदे
सामान्य कार फ्यूल खत्म होने पर रुक जाएगी लेकिन हाइब्रिड कारों में ऐसा नहीं होगा. यह फ्यूल खत्म होने पर इलेक्ट्रिक मोटर पर शिफ्ट हो जाएंगी और आसानी से आपको कुछ किलोमीटर तक ले जा सकती हैं.
हाइब्रिड कारें प्रदूषण कम करती हैं और ईंधन खपत भी कम होती है, जिससे चलने का खर्च कम हो जाता है. हाइब्रिड कारें ज्यादा माइलेज देती हैं. होंडा ने जो अपनी सिटी का हाइब्रिड वर्जन लॉन्च किया है, उसका माइलेज 26 किलोमीटर से ज्यादा का है.
हाइब्रिड कार के नुकसान
हाइब्रिड कारों में जो बैटरियां इस्तेमाल की जाती हैं, उनकी लाइफ ज्यादा नहीं होता है. वह इंजन से पहले ही खराब हो सकती है. इनकी सर्विस आदि के लिए भी आपको कंपनी पर निर्भर रहना होगा. कंपनी से बाहर इनके मैकेनिक मिलने मुश्किल होंगे. सामान्य कारों के मुकाबले हाइब्रिड कारों की कॉस्ट ज्यादा होती है.