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63 रुपये के इस शेयर में क्या है खास? हर कोई लगा रहा दांव, खरीदने के लिए हो रही मारामारी

Tulsi Rao
20 April 2022 2:42 PM GMT
63 रुपये के इस शेयर में क्या है खास? हर कोई लगा रहा दांव, खरीदने के लिए हो रही मारामारी
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Stock to buy: शेयर बाजार में इस समय भारी उतार-चढ़ाव दिख रहा है. कई बड़े और भरोसेमंद शेयरों ने निवेशकों को कंगाल कर दिया है. लेकिन इस बीच कुछ स्टॉक ऐसे भी हैं जिनके लिय खरीददारों के बीच मारामारी हो रही है. ऐसा ही एक शेयर हैं- मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स (MRPL) का जो बुधवार के कारोबार में बीएसई पर 13 फीसदी की तेजी पर ट्रेड कर रहा. 13% बढ़ोतरी के बाद इसके शेयर 65.45 रुपये के तीन साल के हाई लेवल पर पहुंच गए.

इस शेयर ने दिखाया कमाल!
आपको बता दें कि पिछले दो कारोबारी दिनों में इस शेयर में 24 फीसदी का बड़ा उछाल आया है. पिछले दो हफ्ते के कारोबारी दिनों में MRPL का शेयर 58 फीसदी तक उछल चुका है, जबकि एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स में 2.7 फीसदी की गिरावट आई है. यानी गिरावट के माहौल में भी इस शेयर ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है. यह राज्य के स्वामित्व वाली रिफाइनरी और मार्केटिंग कंपनी है.
जानिए कितना है टारगेट प्राइस?
अब बात करते हैं इस शेयर के टारगेट प्राइस की. बाजार एक्सपर्ट के मुताबिक, इस शेयर में आगे भी ऐसी ही रफ्तार जारी रहने की संभावना है. ब्रोकरेज हाउस ने इसका टारगेट प्राइस 120 रुपये रखा है और इसे 35 रुपये के स्टॉप लॉस के साथ खरीदने की सलाह दी है. अगर अभी कोई निवेशक इसमें निवेश करता है तो उसे लगभग 91 पर्सेंट का तगड़ा रिटर्न मिल सकता है. यही वजह है कि इस शेयर को खरीदने के लिए निवेशकों में होड़ मची है.
क्या कहते हैं ब्रोकरेज फर्म?
इस शेयर पर ब्रोकरेज हाउस भी बुलिश हैं. क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए, एमआरपीएल के ओएनजीसी मैंगलोर पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (OMPL) के मर्ज होने पर कहा है , 'चूंकि MRPL की रिफाइनरी देश के पश्चिमी तट पर स्थित है, मैंगलोर बंदरगाह के करीब, यह कच्चे तेल और निर्यात उत्पादों के स्रोत के लिए तार्किक रूप से फायदेमंद है। MRPL का ओएमपीएल के साथ विलय होने वाला है, जो वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही तक पूरा होने की उम्मीद है. इससे राजस्व में विविधता आएगी और रिफाइनिंग चक्र के जोखिम कम होंगे.'
कंपनी का कारोबार
आपको बता दें कि एमआरपीएल कच्चे तेल की रिफाइनिंग के कारोबार करने वाली कंपनी है, और यह ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ONGC) की सहायक कंपनी है, जिसके पास 71.63 प्रतिशत इक्विटी शेयर हैं.


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