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आर्थिक सर्वेक्षण क्या होता है, बजट से पहले क्यों पेश करती है सरकार

Bhumika Sahu
31 Jan 2022 4:03 AM GMT
आर्थिक सर्वेक्षण क्या होता है, बजट से पहले क्यों पेश करती है सरकार
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आर्थिक सर्वेक्षण के आधार पर यह तय होता है कि आने वाले साल में अर्थव्यवस्था किस तरह से रहेगी. वित्त मंत्रालय के इस अहम दस्तावेज को सदन में वित्त मंत्री द्वारा पेश किया जाता है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आज यानी 31 जनवरी 2022 से बजट सत्र (Budget Session 2022) की शुरुआत हो रही है. बजट सत्र की शुरुआत के साथ सरकार संसद में आज आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 (Economic Survey 2021-22) पेश करेगी. वित्त मंत्री (Finance Minister) निर्मला सीतारमण राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी. केंद्रीय बजट से पहले आर्थिक सर्वेक्षण पेश करना भारत में एक पुरानी परंपरा रही है. सर्वेक्षणों को पहले बजट के हिस्से के रूप में प्रस्तुत किया जाता था, लेकिन 1964 में इसे अलग कर दिया गया. आइए जानते हैं कि आम बजट से पहले पेश होने वाला आर्थिक सर्वेक्षण क्या होता और सरकार इसे क्यों पेश करती है?

क्या होता है आर्थिक सर्वेक्षण- बजट से एक दिन पहले पेश होने वाले आर्थिक सर्वेक्षण में अर्थव्यवस्था की सेहत का हिसाब-किताब होता है. सरकार इसके द्वारा बताती है कि देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति क्या है, देश किस रफ्तार से आगे बढ़ रहा है, किस सेक्टर में कितना निवेश हुआ, कहां और निवेश की जरूरत है आदि. आर्थिक सर्वेक्षण के आधार पर यह तय होता है कि आने वाला साल अर्थव्यवस्था किस तरह से रहेगी. आर्थिक सर्वेक्षण अर्थव्यवस्था की बेहतर समझ प्रदान करते हैं और बजट को बेहतर ढंग से समझने में मदद करते हैं. आर्थिक सर्वेक्षण में जिन आंकड़ों पर सबसे ज्यादा नजर रखी जाती है, उनमें अगले वित्त वर्ष के लिए सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का अनुमान है.
कौन तैयार करता है आर्थिक सर्वेक्षण?
आर्थिक सर्वेक्षण को मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) की टीम तैयार करती है. इस साल प्रमुख आर्थिक सलाहकार और अन्य अधिकारियों ने इसे तैयार किया है. दिसंबर में केवी सुब्रमण्यम का कार्यकाल समाप्त होने के बाद सीईए का पद खाली छोड़ दिया गया था. वित्त मंत्रालय के इस अहम दस्तावेज को सदन में वित्त मंत्री द्वारा पेश किया जाता है.
सिंगल वॉल्यूम में पेश होगा सर्वे
आर्थिक सर्वेक्षण हर साल बजट से पहले दो वॉल्यूम में पेश किया जाता है. इस साल आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 एक ही वैल्यूम में पेश किया जाएगा. मुख्य आर्थिक सलाहकार का पद खाली होने की वजह से इस बार यह एक वॉल्यूम में पेश होगा. यह सभी क्षेत्रों- कृषि, औद्योगिक, विनिर्माण, रोजगार, बुनियादी ढांचे, विदेशी मुद्रा, निर्यात और आयात पर विस्तृत आंकड़े देता है और सत्ता में सरकार द्वारा शुरू की गई नीतिगत पहलों और परियोजनाओं पर प्रकाश डालता है.
नए मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन आज दोपहर 3.45 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे जिसमें वित्त मंत्री द्वारा संसद में पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण के मुख्य पहलुओं के बारे में जानकारी देंगे. बता दें कि सरकार ने आर्थिक सर्वेक्षण के पेश होने के कुछ ही दिन पहले नागेश्वरन को नया मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया है.


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