जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हम बैंकों से लोन तो ले लेते हैं, लेकिन उसे चुकाते वक्त हम अक्सर ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जिनकी वजह से हमें लेट पेमेंट चार्ज देने पड़ते हैं। इतना ही नहीं, अगर ईएमआई चुकाने में देरी हो जाती है, तो हमारा क्रेडिट स्कोर भी कम हो जाता है, जिसकी वजह से भविष्य में लोन मिलना मुश्किल हो जाता है। लेट पेमेंट चार्ज और डिफॉल्टर होने से बचने के लिए आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं, जिनके माध्यम से आप लोन से छुटकारा पा सकेंगे और ईएमआई का भुगतान करने के लिए कोई परेशानी भी नहीं आएगी।
संकटों से जूझने के लिए अपने पास रखें इमरजेंसी फंड
समय पर ईएमआई का भुगतान करने के लिए आपको बचत कर इमरजेंसी फंड के तौर पर अपने पास राशि रखनी चाहिए। आर्थिक संकट से जूझने में ये फंड आपकी मदद कर सकता है। अगर आपके जीवन में कुछ बुरा हो जाता है, जैसे अगर आपकी नौकरी छूट जाती है, या आप बीमार हो जाते हैं, तो ये फंड आपके काम आ सकता है। इससे आपकी लोन चुकाने की क्षमता प्रभावित नहीं होगी।
कम ब्याज दर लेने वाले ऋणदाता के पास जाएं
अगर आपने भी लोन लिया हुआ है और आपको ईएमआई का भुगतान करने में परेशानी हो रही है, तो आज हम आपको एक ऐसा तरीका बताने जा रहे हैं, जिसके माध्यम से आप ईएमआई का भुगतान आसानी से कर सकेंगे। बैलेंस ट्रांसफर के जरिए किसी दूसरे ऋणदाता के पास जाना अपनी लोन ईएमआई का बोझ घटाने का एक तरीका हो सकता है। कम ब्याज दर लेने वाले ऋणदाता के पास जाना आपके लिए लाभदायक साबित होगा। हालांकि बैलेंस ट्रांसफर का विकल्प चुनने से पहले आपको इस बात का खास ध्यान रखना होगा कि नया ऋणदाता इसे एक नया लोन आवेदन मानेगा इसलिए प्रोसेसिंग फीस और एडमिनिस्ट्रेटिव फीस जैसे शुल्क भी वसूलेगा।
लोन की अवधि बढ़वाएं
अगर आप ईएमआई का भुगतान समय पर नहीं कर पा रहे हैं और इसकी वजह से आप आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं, तो आप अपने मौजूदा ऋणदाता से लोन की अवधि बढ़ाने का अनुरोध कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको राशि का भुगतान करने के लिए और समय मिल जाएगा। भुगतान के लिए ज्यादा समय मिलने पर आप डिफॉल्ट की संभावना से बच जाएंगे। हालांकि अगर आप लोन की अवधि बढ़ा देते हैं, तो इसके लिए आपको ज्यादा ब्याज का भुगतान भी करना होगा।
एक से अधिक लोन का करें समेकन
यदि आपके पास कई सारे लोन हैं, तो आप उनका समेकन कर सकते हैं। ऐसा करने से आपकी केवल एक ईएमआई बन जाएगी और बार-बार ईएमआई भुगतान करने की चिंता भी नहीं होगी।