उत्तर प्रदेश के चुनाव में सांड का मुद्दे चरम पर था। हालांकि टेक्नोलॉजी की मदद से सांड के आतंक से निजात मिल सकती है। इसके लिए विहान नेटवर्क लिमिटेड (VNL) की तरफ से बॉर्डर इंट्रूजन डिडेक्शन सिस्टम (सीमा घुसपैठ का पता लगाने प्रणाली) की लॉन्चिंग की है। इस टेक्नोलॉजी को गांव या फिर खेत के चारों तरफ इंस्टॉल किया जा सकता है। जो फसलों को सांड़ों से मददगार साबित हो सकती है। इसके अलावा इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल भारत और पाकिस्तान बार्डर पर किया जा सकता है। हालांकि इसके लिए सेना से इजाजत लेनी होगी।
क्या होगा खास
वीएनएल की सीमा सुरक्षा प्रणाली में कई सेंसर का इस्तेमाल किया गया है, जो सीमा पार घुसपैठ को रोकने, घुसपैठ का पता लगाने और घुसपैठ रोकने में मददगार साबित हो सकती है। यह टेक्नोलॉजी दुनियाभर में कहीं भी इंस्टॉल की जा सकती है, जो कठिन मौसम में इंसान को खतरे में डाले बिना एक प्रभावी निगरानी करने में सक्षम है।
यह टेक्नोलॉजी सभी सीमाओं, शिविर और एयरबेस में घुसपैठ को रोकन में कारगर है। यह सशस्त्र बलों और सीमा सुरक्षा एजेंसियों के लिए कारगर साबित हो सकती है। वीएनएल का बॉर्डर इंट्रूज़न डिटेक्शन सिस्टम एक बेहद सेंसटिव सॉफ्टवेयर के साथ सटीक, लाइव निगरानी और खुफिया जानकारी देता है।
वीएनएल की मल्टी-लेयर लॉक सुरक्षा प्रणाली एक ऑटोमेटेड कमांड और नियंत्रण के तहत काम करते हैं। इसका कमांड और कंट्रोल सॉफ्टवेयर सेंट्रलाइज्ड प्लेटफॉर्म बेस्ड है।
वीएनएल भारत की पहली और एकमात्र कंपनी है जिसने कॉमर्शियल कामकाज के लिए एंड-टू-एंड जीएसएम, एलटीई और ब्रॉडबैंड नेटवर्क सॉल्यूशन पोर्टफोलियो डिजाइन और निर्माण किया है। कंपनी ने इस टेक्नोलॉजी की स्वदेशी इंजीनियरिंग का इस्तेमाल किया है।