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सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने हाल ही में पेट्रोल डीजल और एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में कटौती की है
सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने हाल ही में पेट्रोल (Petrol), डीजल (Diesel) और एलपीजी गैस सिलेंडर (LPG Gas Cylinder) की कीमतों में कटौती की है. इस बीच केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि निकट भविष्य में फ्यूल की कीमतों में और गिरावट हो सकती है. उन्होंने कहा, पिछले कुछ दिनों में पेट्रोल और डीजल की दरें घटने लगी हैं. हमने पहले कहा था कि जब अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें घटेंगी, तो लोगों को इसका फायदा मिलेगा. यह आने वाले दिनों में और गिरेगा.
बता दें कि 24 मार्च से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में तीन बार कटौती हुई थी. सरकारी तेल कंपनियों ने इस दौरान पेट्रोल में 61 पैसे और डीजल में 60 पैसे प्रति लीटर की कटौती की है. वहीं, इन कंपनियों ने पिछले गुरुवार को रसोई गैस की कीमत में 10 रुपए प्रति सिलेंडर की कटौती की.
देश की सबसे बड़ी फ्यूल रिफाइनरी और रिटेलर इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (IOC) के मुताबिक, यूरोप और एशिया में बढ़ते कोविड-19 मामलों और टीकों के दुष्प्रभावों के कारण मार्च के दूसरे पखवाड़े में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल और पेट्रोलियम उत्पाद की कीमतों में नरमी आई है.
बढ़ेगा तेल का उत्पादन
तेल निर्यातक देशों के संगठन (OPEC) और सहयोगी देश तेल उत्पादन धीरे-धीरे बढ़ाने पर सहमत हुए हैं. वे मई से जुलाई के दौरान 20 लाख बैरल प्रतिदिन तक तेल उत्पादन (Oil Production) बढ़ाएंगे. कोविड-19 महामारी से वैश्विक अर्थव्यवस्था में रिवाइवल के साथ कदम उठा रहे हैं. उत्पादन बढ़ने से कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतों में नरमी आएगी तो देश में पेट्रोल और डीजल के दाम और घटने लगेंगे.
महामारी के दौरान मांग घटने से कीमत में गिरावट को थामने के इरादे से ओपेक और सहयोगी देशों ने पिछले साल उत्पादन घटाने का फैसला किया था. अब ग्रुप ने मई से जुलाई के दौरान प्रतिदिन 20 लाख बैरल तेल उत्पादन बढ़ाने का फैसला किया है.
ग्रुप मई में 3.5 लाख बैरेल प्रतिदिन, 3.5 लाख लाख बैरल प्रतिदिन जून में और 4 लाख बैरल जुलाई में तेल का उत्पादन बढ़ाएंगे. इस बीच, सऊदी अरब ने कहा कि वह खुद से 10 लाख बैरल प्रतिदिन अतिरिक्त उत्पादन की बहाली करेगा.
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