हालांकि, यहां इलेक्ट्रिक स्कूटर को लेकर एक और भी पक्ष है जिसके बारे में लोग अधिक नहीं सोचते और बाद में उन्हें इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदना महंगा लगने लगता है। दरअसल इलेक्ट्रिक स्कूटरों की रनिंग कॉस्ट और मेंटेनेंस पर खर्च कम होता है, लेकिन यदि आपको बैटरी बदलवाने की आवश्यकता पड़ गई तो आपको इलेक्ट्रिक स्कूटर महंगा सौदा लगने लगेगा।
ऐसे समझें इलेक्ट्रिक और पेट्रोल टू-व्हीलर के खर्च में अंतर
इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने में आपको 40% अधिक मूल्य का भुगतान करना पड़ता है। बाजार में आपको अच्छी माइलेज देने वाली एक पेट्रोल बाइक या स्कूटर सरलता 70,000 से 80,000 रुपये में मिल जाएगी। वहीं एक अच्छी रेंज वाली इलेक्ट्रिक स्कूटर 1.30 लाख से 1.50 लाख रुपये की मूल्य में आती है। मूल्य को देखें तो इलेक्ट्रिक स्कूटर एक बाइक की तुलना में लगभग 50,000 रुपये महंगी है। हिंदुस्तान में पेट्रोल की मूल्य लगभग 100 रुपये प्रति लीटर है। 50,000 रुपये में आप 500 लीटर पेट्रोल डलवा सकते हैं, यानी यदि बाइक की माइलेज 50 किलोमीटर प्रति लीटर है तो आप इतने पैसों में 25,000 किलोमीटर बाइक चला सकते हैं।
अगर आप इतनी दूरी एक इलेक्ट्रिक स्कूटर से तय करेंगे तो यकीनन 2,500-3,000 रुपये का बिजली बिल आएगा। लेकिन बात केवल यहीं तक नहीं है। इलेक्ट्रिक स्कूटर के सबसे बड़े खर्चों के बारे में आपको बताया ही नहीं जाता।
यहां से प्रारम्भ होता है खेल
इलेक्ट्रिक स्कूटरों के साथ परेशानी तब प्रारम्भ होती है जब आपका स्कूटर अच्छा खासा चल चुका होता है। स्कूटर के अधिक पुराना होने पर बैटरी शीघ्र डिस्चार्ज होने लगती है। दरअसल, बैटरी की भी एक लाइफ होती है जिसके बाद वह खराब होने लगता है। अधिक पुराना होने पर बैटरी चार्ज नहीं लेने लगती और कम दूर जाकर ही बैटरी समाप्त हो जाती है। एक इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी लाइफ 4-5 वर्ष की होती है।
मौजूदा समय में ज्यादातर कंपनियों के इलेक्ट्रिक स्कूटर के बैटरी की मूल्य स्कूटर की मूल्य का 40 फीसदी से भी अधिक है। होता है। यानी यदि स्कूटर की मूल्य 1.50 लाख रुपये है तो उसकी नयी बैटरी पर आपको 60,000 रुपये से भी अधिक खर्च करने पड़ेंगे. उदाहरण के तौर पर ओला एस1 प्रो इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी की मूल्य 87,000 रुपये के इर्द-गिर्द है, वहीं स्कूटर की एक्स-शोरूम मूल्य 1.40 लाख रुपये है। ज्यादातर लोगों को एक बार में इतनी मोटा रकम खर्च करना महंगा लगता है।