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PM की इस योजना के तहत इस सरकारी कंपनी ने बांटे 9,307 करोड़ रुपए, वित्तमंत्री ने खुद दी जानकारी
Deepa Sahu
5 Jun 2021 4:34 PM GMT
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वित्त मंत्री ने बीमा कंपनियों और बैंकों द्वारा दावों के तेजी से निपटान के लिए हालिया प्रयासों की सराहना की.
वित्त मंत्री ने बीमा कंपनियों और बैंकों द्वारा दावों के तेजी से निपटान के लिए हालिया प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी (Covid Crisis) के दौरान बीमा कंपनियों के अधिकारियों को मृत बीमाधारक के नामित के प्रति सहानुभूति दिखानी चाहिए.
वित्तमंत्री ने बताया कि पीएमजेजेबीवाई के तहत कुल 9,307 करोड़ रुपये के 4.65 लाख दावों का निपटान किया गया है. वित्त मंत्री ने प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीआई) की भी समीक्षा की. 31 मई, 2021 तक 1,629 करोड़ रुपये कुल 82,660 दावों का निपटान किया गया है.
इंश्योरेंस कंपनी की सराहना
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी (NIAC) के प्रयासों की सराहना की. PMGKP योजना प्रबंधन की जिम्मेदारी इसी कंपनी की है. उन्होंने लद्दाख का उदाहरण दिया जहां जिला मजिस्ट्रेट का प्रमाणपत्र मिलने के चार घंटे के अंदर दावे का निपटान (Claim Settlement) कर दिया गया है. वित्त मंत्री ने राज्यों को निर्देश दिया कि वे स्वास्थ्य कर्मियों के कोविड-19 दावों का निपटान प्राथमिकता के आधार पर करें.
खाते में डाले गए 209 करोड़ रुपए
निर्मला सीतारमण ने कहा कि पीएमजीकेपी (PMGKP) योजना के तहत अब तक 419 दावों का निपटान किया गया है और नामितों के खातों में 209.5 करोड़ रुपये डाले गए हैं. वित्त मंत्री ने कहा कि राज्यों द्वारा दस्तावेज भेजने में देरी के मुद्दे के हल को एक नई प्रणाली तय की गई है। इसके तहत जिला मजिस्ट्रेट द्वारा एक सामान्य प्रमाणपत्र तथा नोडल राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा इसकी पुष्टि दावों के निपटान के लिए पर्याप्त होगी.
इन योजनाओं की हुई समीक्षा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कोविड-19 से लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे स्वास्थ्य कर्मियों के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज की प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने बीमा कंपनियों से प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत के दावों का तेजी से निपटान करने को कहा। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि बीमा कंपनियों के प्रमुखों के साथ वर्चुअल बैठक में वित्त मंत्री ने इन योजनाओं के तहत जरूरी दस्तावेजीकरण की प्रक्रिया को तर्कसंगत बनाने पर जोर दिया जिससे दावों का निपटान तेजी से किया जा सके.
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