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यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने पूरे देश में 166 स्टैंडअलोन आधार एनरोलमेंट और अपडेट सेंटर खोलने की है
यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने पूरे देश में 166 स्टैंडअलोन आधार एनरोलमेंट और अपडेट सेंटर खोलने की है. एक आधिकारिक बयान में शनिवार को यह जानकारी दी गई है. वर्तमान में 166 में से 55 आधार सेवा केंद्र (ASKs) परिचालन में हैं. इसके अलावा बैंकों, डाकघरों तथा राज्य सरकारों द्वारा 52,000 आधार नामांकन केंद्रों का संचालन किया जा रहा है.
UIDAI की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि यूआईडीएआई की योजना 122 शहरों में 166 एकल आधार एनरोलमेंट और अपडेट सेंटर खोलने की है. आधार सेवा केंद्रों को सप्ताह के सातों दिन खोला जाता है. अब तक इन केंद्रों ने दिव्यांग व्यक्तियों सहित 70 लाख लोगों की जरूरत को पूरा किया है. मॉडल166 नए आधार सेवा केंद्र खोले जाएंगे.
ए के आधार सेवा केंद्र (Model-A ASKs) की क्षमता प्रतिदिन 1,000 नामांकन और अपडेट रिक्वेस्ट को पूरा करने की है. वहीं, मॉडल बी केंद्र (Model-B ASKs) 500 और मॉडल सी (Model-C ASKs) 250 एनरोलमेंट और अपडेशन रिक्वेस्ट को पूरा कर सकते हैं. अब तक यूआईडीएआई ने 130.9 करोड़ लोगों को आधार नंबर दिया है.
आधार सेवा केंद्र प्राइवेट में उपलब्ध नहीं
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आधार सेवा केंद्र प्राइवेट में उपलब्ध नहीं है. आधार सेवाएं केवल बैंक, पोस्ट ऑफिस, कॉमन सर्विस सेंटर (CSC), राज्य सरकार के अधिकारियों के कार्यालय और UIDAI द्वारा संचालित आधार सेवा केंद्र में उपलब्ध है. प्राइवेट में आधार केंद्र ऑपरेट नहीं होते हैं. इस संबंध में ज्यादा जानकारी राज्य सरकार के स्थानीय अधिकारियों (जिनके अधीन आधार सेंटर चल रहे हों) से ली जा सकती है." वहां से प्रक्रिया के बारे में बताया जा सकता है.
इंटरनेट कैफे वाले आधार का बोर्ड लटकाकर क्या करते हैं?
दूसरी तरफ, इंटरनेट कैफे वालों के यहां आपने आधार का पोस्टर, बैनर वगैरह देखा होगा. ऐसे में मन में सवाल उठता है कि आखिर ये कैसे काम करते हैं. दरअसल, कैफे वाले आधार से जुड़ी वही सेवाएं देते हैं, जिसका अधिकार यूआईडीएआई एक आम आदमी को देता है. Aadhaar Card में नाम, पता, जन्मतिथि या अन्य डिटेल्स में सुधार, फोटो बदलवाना, पीवीसी कार्ड प्रिंट करवाकर मंगवाना, सामान्य आधार कार्ड मंगवाना वगैरह.
ये काम UIDAI की वेबसाइट पर खुद भी कर सकते हैं
UIDAI की वेबसाइट पर आम आदमी भी खुद से ये सारे काम कर सकता है. अब तो मोबाइल ऐप भी आ गए हैं. लेकिन जो टेक्नो फ्रेंडली नहीं होते, वे इंटनेट कैफे की ओर रुख करते हैं. इन सेवाओं के लिए यूआईडीएआई जितने रुपए चार्ज करता है, उसमें कुछ पैसे जोड़कर कैफे वाला आम आदमी से लेता है.
UIDAI चार्ज से ज्यादा वसूलता है कैफे वाला
उदाहरण के तौर पर जन्मतिथि में सुधार के लिए या फिर पीवीसी कार्ड मंगवाने के लिए यूआईडीएआई का निर्धारित शुल्क 50 रुपए है, तो कैफे वाला आम आदमी से 70 से 100 रुपए के करीब लेता है. इस तरह वह ऐसे कामों के लिए 30 से 50 या फिर 100 रुपए तक भी कमा लेता है.
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