दो कंपनियों को IPO के साथ की शुरुआत, जाने निवेश करने से पहले सबकुछ
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) बाजार की रौनक जारी है. दो और कंपनियां विजय डायग्नॉस्टिक सेंटर और एमी ऑर्गेनिक्स का IPO बुधवार यानी एक सितंबर को खुल रहा है. इन IPO से 2,465 करोड़ रुपए जुटने की उम्मीद है. इससे पहले देवयानी इंटरनेशनल, नुवोको विस्टास कॉरपोरेशन और कारट्रेड टेक सहित आठ कंपनियों ने पिछले महीने 18,243 करोड़ रुपए जुटाने के लिए शेयर बिक्री की थी.
चालू वित्त वर्ष में अबतक 20 कंपनियों ने IPO के जरिए 45,000 करोड़ रुपए जुटाए हैं. पिछले पूरे वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 30 कंपनियों ने IPO से 31,277 करोड़ रुपए जुटाए थे. बाजार विश्लेषकों को उम्मीद है कि पूरे वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान IPO के लिए माहौल बना रहेगा. स्वास्थ्य श्रृंखला विजय डायग्नॉस्टिक सेंटर और विशेष रसायन बनाने वाली एमी ऑर्गेनिक्स का IPO एक सितंबर को अभिदान के लिए खुलेगा और 3 सितंबर को बंद होगा. विजय डायग्नॉस्टिक का IPO पूरी तरह बिक्री पेशकश (OFS) के रूप में होगा. इसमें प्रमोटर एस सुरेंद्रनाथ रेड्डी, निवेशक काराकोरम लिमिटेड और केदारा कैपिटल अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड-केदारा कैपिटल एआईएफ एक द्वारा 3,56,88,064 इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश की जाएगी.
विजय डायग्नॉस्टिक का इश्यू प्राइस 522-531 रुपए प्रति शेयर
OFS के तहत प्रस्ताव के तहत प्रमोटर रेड्डी 50.98 लाख इक्विटी शेयर, काराकोरम 2.95 करोड़ इक्विटी शेयर और केदारा कैपिटल 11.02 लाख शेयर बेचेंगी. IPO से प्रमोटर तथा मौजूदा शेयरधारकों की हिस्सेदारी 35 प्रतिशत कम होगी. विजया डायग्नॉस्टिक ने IPO के लिए मूल्य दायरा 522-531 रुपए प्रति शेयर तय किया है. मूल्य दायरे के ऊपरी स्तर पर 1,895 करोड़ रुपए जुटेंगे.
200 रुपए का नया शेयर जारी किया जाएगा
वही एमी ऑर्गेनिक्स के IPO के तहत 200 करोड़ रुपए के नए शेयर जारी किए जाएंगे और शेयरधारक 60,59,600 इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश लाएंगे. कंपनी ने IPO-पूर्व नियोजन के जरिए 100 करोड़ रुपए जुटाने के बाद नए शेयरों के निर्गम को 300 करोड़ रुपए से घटाकर 200 करोड़ रुपए कर दिया है.
एमी ऑर्गेनिक्स का इश्यू प्राइस 603-610 रुपए
कंपनी ने मूल्य दायरा 603-610 रुपए प्रति शेयर रखा है. मूल्य दायरे के ऊपरी स्तर पर 569.63 करोड़ रुपए जुटने की उम्मीद है. नए शेयरों की बिक्री से प्राप्त राशि का इस्तेमाल कंपनी कर्ज चुकाने और कार्यशील पूंजी की जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी.