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टमाटर के भाव में तेजी बरकरार, अब लाखों का हो रहा है मुनाफा

Rani Sahu
24 Oct 2021 2:25 PM GMT
टमाटर के भाव में तेजी बरकरार, अब लाखों का हो रहा है मुनाफा
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भारी बारिश के बाद सब्जी मंडी में पिछले कई महीनों से मंदी छा गई थी. सब्जियों खासकर टमाटर का रेट बहुत कम था

भारी बारिश के बाद सब्जी मंडी में पिछले कई महीनों से मंदी छा गई थी. सब्जियों खासकर टमाटर का रेट बहुत कम था. लेकिल अब आवक कम होने से सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं. दो महीने पहले किसानों को टमाटर के सही भाव नहीं मिल रहे थे. जिससे निराश होकर उन्होंने अपने टमाटर सड़कों पर फेंकने शुरू कर दिए थे. लेकिन अब समय बदल गया है. अब अच्छा दाम मिल रहा है. किसानों को टमाटर के रिकॉर्ड भाव (Tomato Price) मिल रहे हैं. महाराष्ट्र के सोलापुर जिले मालशिरस तालुका के चौंदेश्वरी वाडी गांव के रहने वाले किसान बालासाहेब सखलकर अपने खेत मे लगाए गए आधा एकड़ की टमाटर खेती से ही प्रतिदिन हजारों रुपये का फायदा कमा रहे हैं.

पहले के नुकसान की हो रही है भरपाई
महाराष्ट्र में हुई भारी बारिश के कारण सभी सब्जियों और फलों को भारी नुकसान हुआ था. कई किसानों की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई थी. जिसके बाद बाजारों में सब्जियों की आवक कम हो गई. इसका नतीजा यह हुआ कि अब धनिया, टमाटर, ग्वार, प्याज, बैगन और अन्य सभी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं.
कुछ किसानों के घर से टमाटर 50 रुपये प्रति किलो का भाव से बिक रहा है. जिससे इस क्षेत्र के टमाटर उत्पादक किसानों में खुशी की लहर है. किसानों का कहना है कि अब हमें उम्मीद नजर आ रही हैं कि हमे सही भाव मिलेंगे. फिलहाल किसानों ने भारी बारिश के बाद एक फिर से खेती करना शुरू कर दिया है.
किसान ने जाहिर की खुशी
सोलापुर जिले के रहने वाले किसान (Farmer) बालासाहेब सखलकर ने अपने खेत मे लगाए गए आधा एकड़ टमाटर से प्रतिदिन 30-35 हजार रुपये कमा रहे हैं. बाजार में टमाटर की बढ़ती हुई कीमत के कारण उन्हें अपने दोबारा लगाए गए आधा एकड़ टमाटर से 9 लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक की कमाई की उम्मीद है.
साखलकर अपनी टमाटर की फसल से प्रतिदिन लगभग पचास कैरेट का टमाटर निकाल रहे हैं. जिसका बाजारों में एक कैरेट को औसतन 700 से 800 रुपये में बिक रहा है. जिससे अब तक उन्होंने करीब साढ़े तीन लाख रुपये मिले हैं. उन्हें उम्मीद है कि आने वाले वाले कुछ दिनों में और भी मुनाफा हो सकता है.
तब सड़कों पर फेंके थे टमाटर
जुलाई और अगस्त महीनों में बाजार में टमाटर की भारी आवक हुई थी. जिस कारण बाजार में टमाटर के दाम काफी गिर गए थे. किसानों के घर से व्यापारी एक दो रुपये किलो पर खरीद कर रहे थे. जिसके चलते उस समय किसानों पर टमाटर को सड़क पर फेंकने की नौबत आई गयी थी. महाराष्ट्र के कई जिलों में किसानों ने ट्रक भर भर के टमाटर फेंकते हुए नजर आए थे.
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