आगरा। ताजनगरी में टमाटर (Tomato) की कीमतें आसमान छूने लगी हैं. कुछ ही दिनों में टमाटर थोक में 60 से 70 रुपये किलो और फुटकर में 80 रुपये किलो तक जा पहुंचा है. सेब का भाव भी तकरीबन यही है. ऐसा पहली बार देखा गया जब सेब (apple) और टमाटर एक भाव बाजार में हैं. इस उछाल से उपभोक्ताओं को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, बताया जा रहा है कि सप्लाई कम होने की वजह से टमाटर के साथ ही अन्य सब्जियों (Vegetable) के दामों में उछाल देखने को मिल रहा हैं. अक्सर सर्दियां नजदीक आते ही सब्जियों के दाम गिरने शुरू हो जाते हैं, लेकिन इस बार ये लगातार बढ़ रहे हैं. लोग जरूरत के हिसाब से की टमाटर और सब्जी खरीद रहे हैं. खेरिया मोड़ फुटकर सब्जी मंडी का भी यही हाल है. यहां पर ताजा टमाटर 80 रुपये किलो के हिसाब से बिक रहा है और जिस टमाटर में थोड़ा सा भी दाग है उसे 60 और 40 के हिसाब से बेचा जा रहा है. खेरिया मोड़ सब्जी मंडी में टमाटर की झील पर उपभोक्ताओं की भीड़ तो देखी जा सकती है, लेकिन लोग टमाटर व सब्जी के दाम सुुुनकर जरूरत के हिसाब से खरीद रहे हैं.
टमाटर खरीद रहे लोगों का कहना है कि अब आगरा में टमाटर के भाव भी आसमान छूने लगे हैं. टमाटर के भाव बढ़ने के कारण गरीब लोगों की सब्जी से टमाटर गायब हैं तो वहीं सलाद की प्लेट पर भी आजकल टमाटर दिखाई नहीं दे रहा है. गृहिणी प्रिया कोहली ने कहा कि पिछले कुछ समय से लगातार बढ़ रही सब्जी एवं टमाटर की कीमतें चिंता का विषय है. हर साल ऐसा ही होता है और इस पर लगाम लगाने का प्रयास विफल हो जाते हैं. गृहिणी रेखा मलिक ने कहा कि टमाटर एवं अन्य सब्जियों की बढ़ती कीमत से रसोई का बजट बिगड़ जाता है जिसकी भरपाई के लिए अन्य राशन के समान में कटौती करनी पड़ती है.
गृहिणी राधा ने कहा कि टमाटर ऐसी सब्जी है, जिसका उपयोग हर सब्जी बनाने में होता है. बढ़ती कीमत से इसका इस्तेमाल कम करना पड़ता है, जिस से खाने का स्वाद अधूरा रह जाता है. ऐसे में सब्जी में टमाटर की तो जरूरत पड़ती ही है. इसीलिए बजट के हिसाब से और जरूरत के हिसाब से टमाटर खरीदा जा रहा है. सिकंदरा सब्जी मंडी के पदाधिकारियों ने कहा कि टमाटर इस समय महंगा है. लगभग दिन पूर्व 30 रुपये किलो के हिसाब था. फिर 40 हुआ और अब 50 रुपये किलो के हिसाब से थोक में बिक रहा है. वहीं अन्य सब्जियों के दाम भी दोगुने हो गए हैं.
लोगों का कहना था कि सेव और टमाटर और एक ही भाव दिखने लगा है फिर भी 80 रुपये किलो के हिसाब से बिक रहे हैं. तो वहीं अब टमाटर भी अपनी लाली छोड़ते हुए 80 रुपये किलो के हिसाब से ही फुटकर में बिक रहा है. लोग समझ नहीं पा रहे कि वह टमाटर खरीदें या फिर सेब, क्योंकि दोनों ही सेहत के लिए लाभदायक होते हैं. टमाटर खेल रहे लोगों ने टमाटर की बढ़ती कीमतों के प्रति आक्रोश भी देखने को मिला. उनका कहना था कि सरकार को टमाटर के बढ़ते भाव को लेकर कुछ ठोस कदम उठाने चाहिए.