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आज फिर लाल निशान पर खुला बाजार, 530 अंक फिसला सेंसेक्स

Gulabi
28 Jan 2021 4:42 AM GMT
आज फिर लाल निशान पर खुला बाजार, 530 अंक फिसला सेंसेक्स
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शेयर बाजार

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आज भी शेयर बाजार में मुनाफावसूली का दौरा जारी है। बजट से पहले निवेशकों की घबराहट शेयर बाजार में नजर आ रही है। आज गुरुवार को बीएसई का सेंसेक्स 530 अंक लुढ़ककर 46,879 और निफ्टी 146 अंकों की गिरावट के साथ 13,820.95 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।




निवेशकों में घबराहट के कारण बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 938 अंक लुढ़क कर 47,500 अंक के नीचे पहुंच गया। वहीं, एनएसई निफ्टी मनोवैज्ञानिक स्तर 14,000 के स्तर से नीचे आ गया। सेंसेक्स और निफ्टी करीब 2 फीसदी टूटकर बंद हुए। सेंसेक्स 937.66 अंक यानी 1.94 प्रतिशत की गिरावट के साथ 47,409.93 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी 271.40 अंक यानी 1.91 प्रतिशत की गिरावट के साथ 13,967.50 अंक पर आ गया। कुल मिलाकर चार सत्रों में 2,382.19 अंक यानी 4.78 प्रतिशत की गिरावट आई। इसी प्रकार, निफ्टी अबतक चार सत्रों में कुल मिलाकर यह 677.20 अंक यानी 4.62 प्रतिशत का गोता लगा चुका है।

बाजार में गिरावट की पांच बड़ी वजह

1.केंद्रीय बजट एक फरवरी के पेश होगा। इससे पहले निवेशक नर्वस हैं।

2. बजट से पहले निवेशक ऊंचे भाव शेयर बेचकर मुनाफा कमा रहे हैं। इससे बाजार में बिकवाली हावी है।
3. हेवीवैट शेयर रिलायंस, टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, बजाज फाइनेंस आदि में गिरावट का सेंसेक्स-निफ्टी पर असर।

4. बैंकिंग और वित्त कंपनियों के शेयरों पर भरोसा कम होने से बिकवाली बढ़ी जिससे बाजार टूटा।
5. गुरुवार को जनवरी के वायदा कारोबार की मासिक एक्सपाइरी होनी है, इससे पहले भी बाजार में कारोबारी जमकर मुनाफा काट रहे हैं

विदेशी निवेशकों की बिकवाली का भी असर

शेयर बाजार के पास उपलब्ध आंकड़े के अनुसार विदेशी निवेशकों ने शुद्ध आधार पर सोमवार को 765.30 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 24 नुकसान में जबकि 6 लाभ में रहे। विश्लेषकों के अनुसार निवेशकों ने वायदा एवं विकल्प खंडों में सौदों के निपटान और अगले सप्ताह पेश होने वाले बजट से पहले मुनाफावसूली को तरजीह दी।

बजट तक जारी रहेगा उतार-चढ़ाव

विशेषज्ञों के अनुसार, शेयर बाजार में बजट तक तेज उतार-चढ़ाव जारी रहने की संभावना है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि, आने वाले दिनों में केंद्रीय बजट तथा मासिक सौदों की समाप्ति से पहले बाजार में उथल-पुथल रह सकती है। कंपनियों के तिमाही नतीजे भी बाजार के उतार-चढ़ाव को बढ़ाएंगे। इस सप्ताह फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति की भी घोषणा होने वाली है।



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