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Google में Work From Home करने वालों के आए बुरे दिन! अब कटेगी सैलरी

Renuka Sahu
11 Aug 2021 3:25 AM GMT
Google में Work From Home करने वालों के आए बुरे दिन! अब कटेगी सैलरी
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फाइल फोटो 

कोरोना महामारी की वजह से देश की एक बड़ी आबादी घर से काम कर रही है. अब ऐसे कर्मचारियों के लिए एक बुरी खबर है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना महामारी की वजह से देश की एक बड़ी आबादी घर से काम (Work from Home) कर रही है. अब ऐसे कर्मचारियों के लिए एक बुरी खबर है. क्योंकि हो सकता है कि आने वाले दिनों में उनकी सैलरी में कटौती हो जाए. दरअसल, अमेरिकी की दिग्गज कंपनी जिसे कर्मचारियों के लिए काफी बेहतर कंपनी माना जाता है, जिसकी पॉलिसीज एम्पलॉयी फ्रेंडली होती है, अब वर्क फ्रॉम होम करने वाले कर्मचारियों की सैलरी में कटौती कर दी है.

Google के अलावा कई कंपनियां भी काट रही सैलरी
गूगल की देखा देखी बाकी कंपनियां भी ऐसा कर सकती हैं. हम आपको बता दें कि गूगल से पहले फेसबुक और ट्विटर जैसी दिग्गज कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम कर रहे ऐसे कर्मचारियों के वेतन में कटौती की है जो कम महंगे इलाकों में चले गए हैं. इसी तरह Reddit और Zillow जैसी छोटी कंपनियां जगह के हिसाब से वेतन वाले मॉडल को अपना चुकी हैं. हालांकि लोकेशन के हिसाब से सैलरी तय होना कोई नया चलन नहीं है, लेकिन महामारी के बीच वर्क फ्रॉम कर रहे लोगों लिए सैलरी कटौती उनके लिए खतरे की घंटी जरूर है.
घर से काम करना है तो कटेगी सैलरी
खबरों के मुताबिक Google के कर्मचारी अगर स्थायी रूप से घर से काम करना चाहते हैं तो उनको अपनी सैलरी में कटौती करनी होगी. कंपनी ने इसके लिए एक Pay Calculator बनाया है. इससे कर्मचारी देख सकते हैं कि अगर स्थायी रूप से घर से काम करने में उन्हें कितना नुकसान होगा. गूगल के पे कैलकुलेटर में उन लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान होगा जो दूर दराज के इलाकों, शहरों से आते हैं. गूगल के प्रवक्ता ने कहा कि हमारा सैलरी पैकेज हमेशा से ही लोकेशन के हिसाब से तय होता है. गूगल ने जून में वर्क लोकेशन टूल (Work Location Tool) लॉन्च किया था. इसके मुताबिक पास की काउंटी से सिएटल ऑफिस में आकर काम करने वाले एक कर्मचारी के वेतन में 10 परसेंट कटौती हो सकती है. यह कर्मचारी पहले घर से ही काम करने की सोच रहा था लेकिन अब उसने अपना इरादा बदल दिया है. वो दो घंटे की यात्रा करके ऑफिस आने के लिए तैयार है.
Google के फैसले से बढ़ी चिंता
सेंट लुइस में वाशिंगटन विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र के प्रोफेसर जेक रोसेनफेल्ड, जो वेतन निर्धारण पर रिसर्च करते हैं, उनका कहना है कि Google का पे स्ट्रक्चर चिंता को बढ़ाने वाला है. गूगल ने पहले इन कर्मचारियों को 100 परसेंट वेतन दिया है. ऐसा नहीं है कि कंपनी उन्हें वेतन देने की स्थिति में नहीं है. इसी तरह न्यूयॉर्क से एक घंटे की दूरी पर स्थित Stamford में रहने वाली एक कर्मचारी का वेतन 15 परसेंट कम हो जाएगा जबकि न्यूयॉर्क में ही घर से काम कर रहे उसके साथी की सैलरी में कोई कटौती नहीं होगी. गूगल के कर्मचारियों का कहना है कि अगर वो घर से काम करते हैं तो उनकी सैलरी में 25 परसेंट तक की कटौती हो सकती है. अगर वे सैन फ्रांसिस्को छोड़कर Lake Tahoe जैसे इलाके में जाते हैं तो इतना नुकसान उठाना पड़ सकता है.
गूगल का कहना है कि उसका कैलकुलेटर U.S. Census Bureau पर आधारित है, गूगल के एक प्रवक्ता ने कहा कि जिस शहर में कंपनी का ऑफिस है, वहां के कर्मचारी उसी शहर में घर से काम करते हैं तो उनकी सैलरी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा.


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