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भारत के वो ऐप जो बनें गूगल बेस्ट लोकल ऐप, देखें लिस्ट

Subhi
26 Jan 2022 2:21 AM GMT
भारत के वो ऐप जो बनें गूगल बेस्ट लोकल ऐप, देखें लिस्ट
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भारत में आमतौर पर सभी के पास मोबाइल फोन मौजूद है। भारतीय लोग मोबाइल में मौजूद ऐप्स की मदद से अपने रोजाना के काम को बेहतर ढ़ंग से करते हैं।

भारत में आमतौर पर सभी के पास मोबाइल फोन मौजूद है। भारतीय लोग मोबाइल में मौजूद ऐप्स की मदद से अपने रोजाना के काम को बेहतर ढ़ंग से करते हैं। जॉब सर्च से लेकर, फिटनेस ट्रेनिंग, मेडिकल और एजूकेशन बेस्ड काम के लिए ज्यादातर भारतीय मोबाइल ऐप्स पर निर्भर हैं। हालांकि भाषा की बंदिश इन काम में बाधा डालने का काम करती है। लेकिन कई लोकल स्टार्ट्प और डेवलपर्स ऐप सॉल्यूशन विकसित हो रहे हैं, जो भारत की जरूरत और विधिधता का बाकायदा ख्याल रखते हैं। ऐसे में इस गणतंत्र दिवस के मौके पर हम आपके लिए उन ऐप्स की लिस्ट लेकर आए हैं, जिन्हें गूगल ने भारत के टॉप-5 बेस्ट लोकल ऐप्स करार दिये हैं।

अगर ऐप्स इनोवेशनस की बात करें, तो गूगल इंडिया के प्ले पार्टनरशिप डायरेक्टर आदित्य स्वामी के मुताबिक लोकल डेवलपर्स ने जरूरी और यूनीक ऐप इनोवेशन सॉल्यूशन के जरिए भारत के करोड़ों भारतीयों की मदद की है। जिससे भारतीयों के रोजाना के कामकाज आसान हो गए हैं। इन ऐप सॉल्यूशन की मदद से भारतीयों को नई स्किल्स जैसे नई जॉब तलाशने, फिटनेस और हेल्थ लक्ष्य को हासिल करने, लॉकडाउन के दौरान लेटेस्ट न्यूज को लोकल लैंग्वेज पढ़ने में मदद मिली है। गूगल की तरफ से ऐप्स सॉल्यूशन को यूजर की सहायता के लिए कई कैटेगरी में बांटा गया है। इसमें हेल्थ और एजूकेशन समेत कई कैटगरी शामिल हैं। इन कैटेगरी में लॉकडाउन के दौरान लोकल इनोवेशन में भारी इजाफा देखा गया है। गूगल की तरफ से भारत में लोकल ऐप सॉल्यूशन के ईकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए भारी निवेश किया जा रहा है। Google Play स्टोर पर कुछ शानदार लोकल ऐप्स मौजूद हैं, जो यूनीक फीचर्स के साथ आते हैं। यह ऐप्स पिछले साल यूजर्स के बीच काफी फेमस हुये हैं।

Evolve एक हेल्थ टेक स्टार्टअप है। यह टेक स्टार्टअ लोगों को मेंटली मजबूत बनाने में मदद करता है। साथ ही लोगों के मेंटल हेल्थ को सिंपल और मजेदार तरीकों से सुरक्षित रखने में मदद करता है। इस ऐप के यूजर इंटरफेस मेंटल हेल्थ में सुधार करने के लिए डिजाइन किया गया है। साथ ही इंटरैक्टिव विहेवियरल थेरेपी से मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है। इस ऐप के दुनियाभर में करीब 100,000 से ज्यादा मौजूद हैं। इस प्लेटफॉर्म के यूजर एक्सपीरिएंस और कंटेट को काफी सिंपल तरीके रखा गया है। इसे कुछ ऐसे डिजाइन किया गया है, जिससे कोई भी इसे आसानी से इस्तेमाल कर सेक। इसमें शानदार थेरेपी और कोजिंग क्लासेस दी गई थी। इस ऐ को साल 2021 में बनाया गया था

HOTSTEP

Hotstep ऐप को महामारी के दौरान लॉन्च किया गया था। Hotstep सभी डांसर्स, फिनटेन पंसदीदा लोगों के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है। साथ जो लोग केवल मजे करना चाहते हैं, उनके लिए यह ऐप ट्यूटोरिय और लाइव सेशन्स मुहैया कराता है। यह ट्यूटोरिय और लाइव सेशंस कई प्रशिक्षित आर्टिस्ट की मदद से उपलब्ध कराए जाते हैं। इस ऐप की स्थापना एक्टर-डांसर और उद्यमी विनय खंडेलवाल ने किया है। यह ऐप सभी यूजर्स को किफायती कीमत में आसानी से डांस सिखने में मदद करता है। ऐप ने साल की पहली तीन तिमाही में 200 फीसदी से ज्यादा ग्रोथ दर्ज की है। मौजूदा वक्त में Google Play की मदद से इस ऐप के 1000 शहरों में यूजर मौजूद हैं। साथ ही 25 से ज्यादा देशों के ऐप के यूजर्स मौजूद हैं। हॉटस्टेप का मकसद फेमस कोरियोग्राफरों को नृत्य के प्रति उत्साही लोगों से जोड़कर 'सबसे बड़ा नृत्य समुदाय' बनाना है। इसलिए यदि आप एक नृत्य पेशेवर बनना चाहते हैं, नृत्य, शारीरिक फिटनेस के माध्यम से अपने मानसिक स्वास्थ्य पर काम करें, या शादी में प्रदर्शन करें

being

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा वक्त में भारत में 8 बिलियन से ज्यादा लोग मेंटल हेल्थ का सामना कर रहे हैं। आज के माहौल में करीब 50 फीसदी लोगों को मेंटल हेल्थकेयर की जरूरत है। इसमें से सबसे ज्यादा देखभाल की जरूरत मुख्य तौर पर जेड जनरेशन के लोगों को है। साथ ही मिलेनियर को भी बड़ी संख्या में मेंटल हेल्थकेयर की जरूरत है। क्योंकि मिलेनियल काफी सीमित दायरे में काम करते हैं। वो बिना इंटरनेट के खुद को काफी अकेला महसूस करते हैं। ऐसे लोगों को मेंटल हेल्थकेयर की काफी जरूरत है। इस काम में being कापी मददगार साबित हो सकता है। being के सह-संस्थापक और सीईओ वरुण गांधी बताते हैं कि being ऐप एक ऐसा प्लेटफॉर्म है। जो बच्चों को सेल्फ थेरेपी प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल में मदद करता है। यह अपनी तरह का पहला ऐप है। यह एक साइंस बेस्ड, हाईपर पर्सनलाइज्ड और कंटेक्सचुअल और इंटरैक्टिव है। यह ऐप मेंटल हेल्थ कन्टैक्सचुअल और प्रॉब्लम ड्राइवेन है। इसका मकसद साल 2030 तक एक बिलियन लोगों की मदद करना है।


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