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5G को लेकर ये तैयारी, Mukesh Ambani की कंपनी ने दी 2 लाख से ज्यादा लोगों को जॉब

Admin4
8 Aug 2022 2:18 PM GMT
5G को लेकर ये तैयारी, Mukesh Ambani की कंपनी ने दी 2 लाख से ज्यादा लोगों को जॉब
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न्यूज़क्रेडिट:आजतक

मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Reliance Industries) मार्केट कैपिटलाइजेशन (MCap) के हिसाब से देश की सबसे मूल्यवान कंपनी बनी हुई है. सोमवार को कंपनी ने अपनी सालाना रिपोर्ट जारी की. इसमें चेयरमैन से लेकर अधिकारियों की सैलरी तक पर बात की गई. इसके साथ-साथ यह भी बताया गया कि कंपनी ने FY22 में कितने लोगों को रोजगार दिया.

Reliance ने दी 2.32 लाख जॉब

रिपोर्ट के अनुसार, Reliance समूह ने वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान कुल 2.32 लाख लोगों को नौकरियां दी हैं. कंपनी से जुड़े नए कर्मचारियों की इस संख्या के साथ ही रिलायंस की कुल वर्कफोर्स का आंकड़ा बढ़कर 3.43 लाख तक पहुंच गया है. सालाना रिपोर्ट में बताया गया कि इस अवधि में 1,68,910 लोगों को रिटेल सेक्टर में जॉब मिली, जबकि 57,883 लोगों को रिलायंस जियो में नौकरी दी गई है.

100 अरब डॉलर से ज्यादा रेवेन्यू

मार्केट कैप (Market Cap) के हिसाब से पहले ही रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) देश की सबसे मूल्यवान कंपनी है. जबकि, बीते वित्त वर्ष रिलायंस के नाम एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ गई. दरअसल, कंपनी ने अपनी सालाना रिपोर्ट (RIL Annual Report) में जानकारी साझा करते हुए बताया कि रिलायंस वित्त वर्ष 22 में सालाना आधार पर 100 अरब डॉलर से ज्यादा रेवेन्यू (Reliance Revenue) वाली देश की पहली कंपनी बन गई.

5G कवरेज का ब्लूप्रिंट तैयार

रिपोर्ट में कहा गया कि रिलायंस जियो (Reliance Jio) ने देश में 5G कवरेज का ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है. देश के शीर्ष 1000 शहरों में यह काम पूरा भी हो गया है. इसमें जियो के बढ़ते कदमों का जिक्र करते हुए बताया गया कि मार्च 2022 के अंत तक जियो सब्सक्राइबर्स (Jio Subscriber) की संख्या 41.02 करोड़ थी. जबकि जून के अंत में यह बढ़कर 41.99 करोड़ हो गई. किसी भी देश में सब्सक्राइबर की संख्या के तौर पर जियो सबसे बड़ी कंपनी है.

मुकेश अंबानी ने नहीं ली कोई सैलरी

मुकेश अंबानी को मिले वेतन के बारे में जानकारी देते हुए रिपोर्ट में बताया गया कि रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) बिना वेतन के अपना पद संभाल रहे हैं. ये लगातार दूसरा साल है, जबकि उन्होंने अपने काम के एवज में 'शून्य' सैलरी ली है. दरअसल, अंबानी ने कोरोना महामारी (COVID-19 Outbreak) से कारोबार और देश की इकोनॉमी (Economy) पर हुए असर को देखते हुए स्वेच्छा से अपना पारिश्रमिक त्याग दिया था.


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