क्रिप्टोकरंसी से खरीद-बिक्री अब आम बात है. कई बिजनेस आज क्रिप्टोकरंसी (cryptocurrency) पर आधारित हैं. इसे देखते हुए गेमिंग इंडस्ट्री (crypto gaming) में भी क्रिप्टोकरंसी या वर्चुअल करंसी का बोलबाला है. यह नई चलन ऑनलाइन गेमिंग की है. ऑनलाइन गेम पहले भी होते थे, लेकिन क्रिप्टोकरंसी का प्रचलन नहीं था. जब से बिटकॉइन और इथर जैसी डिजिटल करंसी बाजार में आई है, तब से ऑनलाइन गेमिंग का दायरा बहुत बढ़ गया है. यह ऐसा प्रचलन है जिसमें क्रिप्टोकरंसी की मदद से ऑनलाइन गेम खेलने के साथ कमाई भी भरपूर कर सकते हैं.
गेमिंग इंडस्ट्री में अब ऐसे-ऐसे गेम बनाए जा रहे हैं जिसे लेने या खेलने के लिए रुपये-पैसे नहीं बल्कि क्रिप्टोकरंसी दी जा सकेगी. गेम ऑनलाइन है तो उसका पेमेंट भी ऑनलाइन क्रिप्टोकरंसी में होगा और पेमेंट के साथ गेम खेलने वाले की कमाई भी खूब होगी. कोरोना काल में दुनिया का शायद ही कोई हिस्सा या बिजनेस हो जो प्रभावित न हुआ हो. लेकिन गेमिंग का धंधा इतना तगड़ा है कि इसमें डबल डिजिट से भी ज्यादा बढ़ोतरी देखी गई. लोग लॉकडाउन में घरों में कैद रहे और वीडियो गेम से दिन काटते रहे. लिहाजा वीडियो गेम की कंपनियों को करोड़ों का फायदा हुआ. इन कंपनियों में सोनी, टेनसेंट, निनटेंडो और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों के नाम हैं. कमाई के लिहाज से सोनी ने इन सभी कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है.