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सरकार ने दूरसंचार विभाग ने 9 से ज्यादा सिम रखने वालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. ऐसे लोग जिनके पास 9 से अधिक सिम कार्ड हैं, उन्हें ये सिम वैरीफाई कराने होंगे
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हापुड़ के समीर सिंह के घर दिल्ली पुलिस की टीम पहुंची तो वह सन्न रह गए. उनके नाम पर दर्ज मोबाइल नंबर से बैंकिंग फ्रॉड किया गया है. लेकिन समीर ने तो वो नंबर कभी खरीदा ही नहीं था.यह समस्या सिर्फ समीर की ही नहीं है. देश में दूसरों के नाम पर फर्जी तरीके से सिम लेकर बड़े पैमाने पर साइबर फ्रॉड का धंधा चल रहा है. इस पर अंकुश लगाने के लिए ही सरकार ने एक व्यक्ति के नाम पर सिम की संख्या सीमित कर दी है.
फर्जी सिम पर सरकार का एक्शन
सरकार ने दूरसंचार विभाग ने 9 से ज्यादा सिम रखने वालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. ऐसे लोग जिनके पास 9 से अधिक सिम कार्ड हैं, उन्हें ये सिम वैरीफाई कराने होंगे. वैरीफाई नहीं कराने पर इनको बंद कर दिया जाएगा. आपको बता दें कि पूरे देश के लिए जहां ये लिमिट 9 सिमकार्ड की है वहीं जम्मू-कश्मीर के लिए ये संख्या 6 सिमकार्ड है. साथ ही असम और त्रिपुरा के अलावा बाकी पूर्वोत्तर राज्यों के लिए भी ये सीमा 6 रखी गई है. अगर आपकी आईडी पर कोई ऐसा सिम चालू है जिसका आप इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो आपको इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. इसके जरिए आपराधिक गतिविधियां चलाई जा रही हैं तो आप बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं. ऐसे में यह जान लेना बेहद जरूरी है कि आपकी आईडी पर कुल कितने सिम चल रहे हैं.
कैसे मिलेगी फर्जी सिम की जानकारी
सिम का फर्जीवाड़ा रोकने के लिए दूरसंचार विभाग ने टेलीकाम एनालिटिक्स फॉर फ्रॉड मैनेजमेंट एंड कंज्यूमर प्रोटेक्शन (TAFCOP) प्रणाली तैयार की है. इसके लिए विभाग ने एक पोर्टल tafcop.dgtelecom.gov.in लांच किया है. इस पोर्टल में देशभर में चालू सभी मोबाइल नंबर का डेटाबेस अपलोड है. इसके जरिए स्पैम और फ्रॉड पर लगाम लगाने की कोशिश की गई है. इस पोर्टल के जरिए आप इस बात का आसानी से पता लगा सकते हैं कि आखिर आपकी आईडी पर कुल कितने सिम चल रहे हैं. अगर आपको लगता है कि इनमें कोई नंबर ऐसा है जिसका आप इस्तेमाल नहीं करते हैं तो उसकी शिकायत कर सकते हैं. इसके बाद वह नंबर निष्क्रिय कर दिया जाएगा.
ये रही पूरी प्रक्रिया
सबसे पहले गूगल के जरिए tafcop.dgtelecom.gov.in पोर्टल पर जाएं
यहां बॉक्स में अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें, OTP की मदद से लॉगइन करें
अब उन सभी नंबर्स की डिटेल आ जाएगी जो आपकी ID से चल रहे हैं
सूची में कोई ऐसा नंबर है जो आपका नहीं है, तब उसकी शिकायत करें
इसके लिए नंबर और 'This is not my number' का विकल्प चुनें
इसके बाद ऊपर की तरफ दिए बॉक्स में ID में लिखा नाम दर्ज करें
अब नीचे की तरफ Report के दर्शाए गए बॉक्स पर क्लिक कर दें
इस प्रक्रिया के बाद आपको एक आईडी रिफरेंस नंबर दिया जाएगा
कुछ समय के बाद यह अवांछित नंबर निष्क्रिय कर दिया जाएगा
क्या होगा इस पहल का फायदा
साइबर एक्सपर्ट दिव्या तंवर कहती हैं कि सरकार की यह अच्छी पहल है. लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में यह पहल सफल हो पाएगी इसमें संदेह है. इस बारे में जागरूकता के लिए ग्रामीण स्तर पर कदम उठाए जाने की जरूरत है. साइबर क्राइम से जुड़े गिरोह में पढ़े—लिखे युवा भी शामिल हैं जो ग्रामीण आबादी की अज्ञानता को अपना हथियार बनाते हैं.
Bhumika Sahu
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