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बिज़नस। भारत में विदेशी कंपनियां अपने निवेश को लेकर काफी तेजी से काम कर रही हैं। कई बड़ी कंपनियों को दूसरे देशों के मुकाबले भारत में निवेश करना बेहतर लग रहा है। यहां निवेश करने से उन्हें अच्छा खासा मुनाफा भी मिल रहा है। जिससे दुनिया भर की कई कंपनियों को भारत से खास उम्मीदें हैं।
विएना स्थित कंपनी आरएचआई मैग्नेसिटा अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने और भारत में संयंत्रों को आधुनिक बनाने के लिए अगले 2 से 3 साल में 3,600 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्टीफन बोर्गस (सीईओ स्टीफन बोर्गास) ने यह जानकारी दी है।
स्टीफन बोर्गेस का कहना है कि 3,600 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय के एक हिस्से का इस्तेमाल कंपनी ने भारत में दो रिफ्रैक्टरी संपत्तियां हासिल करने में किया है। सीईओ ने कहा कि हमने भारत में निवेश के लिए 3,600 करोड़ रुपए रखे हैं। भारत में इस राशि का इस्तेमाल पुरानी सुविधाओं की क्षमता हासिल करने और बढ़ाने में किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह निवेश कंपनी अपनी सहायक कंपनी आरएचआई मैग्नेसिटा इंडिया लिमिटेड के जरिए करेगी।
आरएचआई मैग्नेसिटा इंडिया स्टील, सीमेंट, अलौह धातु और ग्लास व्यवसायों के लिए रिफ्रैक्टरी उत्पादों, प्रणालियों और समाधानों का निर्माण और आपूर्ति करेगा। मालूम हो कि इस कंपनी ने डालमिया ओसीएल का 1,708 करोड़ रुपये में और हाई-टेक केमिकल्स के रिफ्रैक्टरी बिजनेस का 621 करोड़ रुपये में अधिग्रहण पूरा किया है।
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