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49 रुपए से चढ़कर 300 के करीब पहुंचा यह एनर्जी स्टॉक

Shreya
4 July 2023 6:28 AM GMT
49 रुपए से चढ़कर 300 के करीब पहुंचा यह एनर्जी स्टॉक
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जेएसडब्ल्यू एनर्जी लिमिटेड (JSW Energy Ltd) के शेयरों ने पिछले तीन साल में अपने निवेशकों को मालामाल बना दिया है। बता दे कि 3 जुलाई 2020 को मुंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 49 रुपए में बंद हुआ है। जो 4 जुलाई 2023 को बढ़कर 296.30 रुपए पर पहुंच गया है। इस अवधि के दौरान यह शेयर 502 रुपए का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। कंपनी का शेयर मंगलवार को 2.53% से अधिक चढ़कर 296.30 रुपये पर कारोबार कर रहा है।

जानिए कंपनी के शेयरों की प्राइस हिस्ट्री

पिछले 3 सालों में यह शेयर 505 फीसदी का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है, वहीं सालभर में 45 फीसदी बढ़ चुका है और इस साल YTD में 1 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। महीनेभर में जेएसडब्ल्यू एनर्जी के शेयरों में 18.40 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। बता दें कि जेएसडब्ल्यू एनर्जी का रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 66.9 पर है, जो दर्शाता है कि यह न तो ओवरबॉट जोन में और न ही ओवरसोल्ड जोन में कारोबार कर रहा है। जेएसडब्ल्यू एनर्जी के शेयरों का 52 वीक का हाई लेवल 369 रुपए है और 6 जुलाई 2022 को 52 सप्ताह का निचला लो लेवल 198.05 रुपये पर पहुंच गया। वहीं कंपनी का मॉर्केट कैप 47412 करोड़ रुपए है।

ब्रोकरेज ने दी सलाह

ब्रोकरेज फर्म शेयरखान ने जेएसडब्ल्यू एनर्जी के शेयरों के लिए 450 रुपए का टारगेट प्राइस तय किया है। वहीं चोलामंडलम सिक्योरिटीज ने एनर्जी कंपनी के शेयरों के लिए 430 रुपए का लक्ष्य दिया है। ब्रोकरेज ने कहा, जेएसडब्ल्यू एनर्जी का मल्यांकन फाइनेंशियली ईयर 26e (ईपीएस) पर प्रति गुणक (19x) के मुताबिक 10 फीसदी छूट। प्रति शेयर टारगेट प्राइस 327 रुपए आता है। डीसीएफ के आधार पर प्रति शेयर प्राइस 529 रुपये आता है।

जानिए क्या काम करती है कंपनी?

जेएसडब्ल्यू एनर्जी लिमिटेड भारत की अग्रणी निजी क्षेत्र की बिजली उत्पादक कंपनियों में से एक है जो सभी उपलब्ध संसाधनों के कुशल उपयोग में विश्वास करती है। संचालन के प्रबंधन से लेकर, सामाजिक और आर्थिक लाभ बढ़ाने, पर्यावरणीय प्रभावों को कम करने और अत्याधुनिक नवाचार को नियोजित करने तक, जेएसडब्ल्यू एनर्जी पिछले कुछ वर्षों में लगातार और मजबूती से बढ़ी है। आज, कंपनी की उपस्थिति कई भारतीय राज्यों तक फैली हुई है और इसमें साउथ अफ्रीका में प्राकृतिक संसाधन कंपनियों की हिस्सेदारी भी शामिल है।

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