व्यापार

अंबानी के समधी ने जिस कंपनी पर लगाया है दांव, उसके बारे में आई ये बड़ी खबर

Apurva Srivastav
7 Jun 2021 2:29 PM GMT
अंबानी के समधी ने जिस कंपनी पर लगाया है दांव, उसके बारे में आई ये बड़ी खबर
x
पिरामल ग्रुप के मुखिया और देश के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के समधी अजय पिरामल दोहरी खुशी मिली है

पिरामल ग्रुप के मुखिया और देश के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के समधी अजय पिरामल दोहरी खुशी मिली है. नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही गैर बैंकिंग वित्तीय सेवा कंपनी डीएचएफएल (DHFL) के लिए कुछ शर्तों के साथपीरामल समूह की बोली को अपनी मंजूरी दी है. वहीं DHFL जनवरी-मार्च तिमाही में घाटे से उबरी है.

न्यायाधिकरण की एच पी चतुर्वेदी और रविकुमार दुरईसामी की अध्यक्षता वाली मुंबई पीठ ने कहा कि यह मंजूरी कपिल वधावन मामले में राष्ट्रीय कंपनी कानून अपीलीय न्यायाधिकरण (NCLAT) के अंतिम निर्णय और मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अधीन है.
स्मॉल एफडी को ज्यादा पैसे देने पर करें विचार
एनसीएलटी ने अपने आदेश में दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (DHFL) के कमिटी ऑफ क्रेडिटर्स (CoC) द्वारा स्वीकृत समाधान योजना के तहत दिवालिया कंपनी के छोटे फिक्स्ड डिपॉजिट्स को अधिक धनराशि देने पर विचार करने को कहा.
न्यायाधिकरण ने कहा, हम योजना को वापस सीओसी के पास नहीं भेज रहे हैं, हम उनके व्यावसायिक ज्ञान का सम्मान करते हैं. एनसीएलटी ने DHFL के पूर्व प्रवर्तक कपिल वधावन द्वारा समाधान योजना की एक प्रति हासिल करने की याचिका को भी खारिज कर दिया.
इससे पहले एनसीएलएटी ने 25 मई को एनसीएलटी के उस आदेश पर रोक लगा दी थी, जिसमें डीएचएफएल के लेंडर्स से वधावन के प्रस्ताव पर विचार करने को कहा गया था. अपीलीय न्यायाधिकरण ने यह भी स्पष्ट किया था कि सीओसी द्वारा चुनी गई समाधान योजना को मंजूरी देने के संबंध में उसका आदेश एनसीएलटी के आड़े नहीं आएगा.
घाटे में थी कंपनी, अब हुआ 97 करोड़ का मुनाफा
DHFL ने बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 96.75 करोड़ रुपए का एकीकृत शुद्ध लाभ कमाया है. कॉरपोरेट दिवाला प्रक्रिया के तहत चल रही कंपनी डीएचएफएल को इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 7,507.01 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था. दिसंबर तिमाही में कंपनी को 13,095.38 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था.
पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी को 15,051.17 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ है. इससे पिछले वित्त वर्ष में घाटा 13,455.81 करोड़ रुपए था.
आय घटी
बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में कंपनी की एकीकृत कुल आय घटकर 2,060.57 करोड़ रुपए रह गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,160.98 करोड़ रुपए रही थी.


Next Story