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पिछले 10 दिनों में इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की तीसरी घटना

Tara Tandi
9 Oct 2021 7:51 AM GMT
पिछले 10 दिनों में इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की तीसरी घटना
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सोशल मीडिया पर एक गैरेज में जले हुए इलेक्ट्रिक स्कूटर का एक ताजा वीडियो सामने आया है

सोशल मीडिया पर एक गैरेज में जले हुए इलेक्ट्रिक स्कूटर का एक ताजा वीडियो सामने आया है, जिसमें इलेक्ट्रिक वाहनों में बैटरी के लिए और सख्त नियमों को लागू करने की आवश्यकता पर बहस को जोर दिया जा रहा है. इस बार का स्कूटर भारत की लीडिं इलेक्ट्रिक टू व्हीलर कंपनियों में से एक ओकिनावा (Okinawa) का है. तीन वीडियो में से पहला, एक गैरेज में पार्क किए गए स्कूटर के सीसीटीवी फुटेज और रात में एक धमाका होने को दिखाता है. इसके बाद के दो वीडियो सुबह के हैं जो पूरी तरह से जले हुए वाहन को दिखाते हैं.

ओकिनावा के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर जितेंद्र शर्मा ने कहा कि कंपनी कस्टमर के पास पहुंचेगी और घटना की जांच करेगी कि क्या गलत हुआ. जितेंद्र शर्मा ने ETAuto से कहा, "हमें हाल ही में इस मामले का पता चला है और हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या गलत हुआ और इस तरह की घटना से बचने के लिए क्या किया जा सकता था. हम मानते हैं कि इलेक्ट्रिक वाहनों के मामले में यूजर अवेयरनेस जरूरी है, ताकि यूजर जानकारी की कमी या गलत 'कोड ऑफ कंडक्ट' के नतीजन ट्रस्ट न हों और इलेक्ट्रिक वाहनों पर स्विच करने के खयाल को पूरी तरह से छोड़ न दें, जो कि असल में समय की एनवायरमेंटल जरूरत है."

पिछले 10 दिनों में इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की तीसरी घटना

पिछले 10 दिनों में भारत में किसी इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की यह तीसरी घटना है. पिछले हफ्ते प्योर ईवी के दो स्कूटरों में आग लगने का वीडियो सामने आया था. ओकिनावा के मामले के विपरीत, स्कूटर सड़क पर थे.

जितेंद्र शर्मा ने जोर देकर कहा कि कन्वेंशनल इंटरनल कंबशन इंजन वाले वाहनों की तुलना में इलेक्ट्रिक वाहन में आग लगने की संभावना कम होती है. फिर भी कंपनी किसी भी दुर्घटना को रोकने के लिए गाइडलाइंस लेकर आई है. इनमें रिचार्जिंग के लिए केवल स्पेसिफाइड चार्जर का उपयोग करना, बैटरी को कमरे के टेम्प्रेचर पर रखना (ओकिनावा में स्वैपेबल बैटरी है) और इस्तेमाल के बाद एक घंटे के भीतर बैटरी चार्ज नहीं करना शामिल है.

शर्मा ने कहा, "गैसोलीन से चलने वाले वाहनों की तुलना में इलेक्ट्रिक वाहनों में आग कम लगती है लेकिन लिथियम-आयन बैटरी सिस्टम के लागू होने के कारण आग लगने की टाइमिंग और तेजी इलेक्ट्रिक वाहनों में आग को बुझाना बहुत कठिन बना सकती है. हम अपने लोगों – कर्मचारियों और कस्टमर्स दोनों की सुरक्षा को अपनी प्रायोरिटी के रूप में लेते हैं. एक जिम्मेदार संगठन के रूप में, हमने अपने कस्टमर्स को संभावित खतरों के बारे में सूचित और जागरूक करने के लिए उपयुक्त रणनीति तैयार की है जो कि किसी भी लापरवाही के मामले में अनुभव कर सकते हैं. अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी की उचित देखभाल कर रहे हैं."

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