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ये कहानी दिलचस्प है आईपीएल के इस सीजन में जो 29 मैच खेले गए थे
ये कहानी दिलचस्प है. दिलचस्प इसलिए क्योंकि आईपीएल के इस सीजन में जो 29 मैच खेले गए थे उसके लिए कम से कम 100 खिलाड़ी मैदान में उतरे. सभी ने अपना पसीना बहाया. कोई जीता तो कोई हारा. किसी के सितारे चमके तो कोई गर्दिश में था. लेकिन जब मंगलवार को इस सीजन को सस्पेंड करने का फैसला हुआ तो चेहरे कुछ ही खिलाड़ियों के मुरझाए होंगे. ऐसा नहीं कि बाकी खिलाड़ी इस सीजन के सस्पेंड होने पर जश्न मना रहे होंगे. क्योंकि ऐसा तो कोई भी नहीं चाहता था. खिलाड़ी तो हर सूरत में मैदान में उतरने को तैयार रहते हैं. बावजूद इसके कुछ खिलाड़ियों को ज्यादा तकलीफ हुई होगी. ऐसा इसलिए क्योंकि इन खिलाड़ियों की टीम सीजन के लगभग आधे मैच के बाद शानदार तरीके से आगे बढ़ रही थीं.
ये दर्द दिल्ली कैपिटल्स, चेन्नई सुपरकिंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाड़ियों का ज्यादा होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि सीजन के आधे मैच के बाद ये तीनों टीम टॉप-3 में थीं. दिल्ली और बैंगलोर के लिए ये और दिल तोड़ने वाला फैसला इसलिए भी है क्योंकि ये दोनों टीमें आईपीएल के इतिहास में अपने पहले खिताब के इंतजार में हैं और ये सीजन दोनों टीम ने शानदार ढंग से शुरू किया था. 2008 में आईपीएल की शुरूआत हुई थी. तब से लेकर अब तक दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर अपने पहले खिताब का इंतजार कर रहे हैं. दोनों ही टीम में पिछले सीजन में एक से बढ़कर एक दिग्गज खिलाड़ियों को शामिल किया लेकिन खिताब का इंतजार बना रहा. दिल्ली की टीम ने तो दिल्ली डेयरडेविल्स से बदलकर अपना नाम दिल्ली कैपिटल्स कर लिया. लेकिन दोनों टीम की किस्मत नहीं बदली.
चेन्नई के पास था पिछले सीजन का दाग धोने का मौका
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 2009, 2011 और 2016 में फाइनल तक का सफर तय किया. लेकिन फाइनल में उसे हार का सामना करना पड़ा. यही स्थिति दिल्ली की टीम की भी हुई. दिल्ली ने बीते सीजन में पहली बार फाइनल तक का सफर तय किया था लेकिन वहां उसे मुंबई के हाथों हार का सामना करना पड़ा. मायूस होने वाली तीसरी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स की होगी. यूं तो चेन्नई इस लीग के इतिहास की दूसरी सबसे कामयाब टीम है. उसके खाते में अब तक तीन खिताब हैं. लेकिन पिछले सीजन में टीम सातवीं पायदान पर थी. उसकी टीस चेन्नई के खिलाड़ियों के दिल में जरूर रही होगी. इस सीजन में जब टीम ने शानदार प्रदर्शन का सिलसिला कायम किया तो सीजन ही सस्पेंड करना पड़ा.
टॉप तीन में थी दिल्ली, चेन्नई और बैंगलोर की टीम
दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने इस सीजन के 8 में से 6 मैच जीतकर 12 अंक हासिल किए थे. चेन्नई और बैंगलोर की टीम के खाते में 7 में से 5 मैच में जीत के साथ 10-10 अंक थे. दिल्ली की टीम ने चेन्नई सुपरकिंग्स, पंजाब किंग्स, मुंबई इंडियंस, सनराइजर्स हैदराबाद और कोलकाता नाइट राइडर्स को हराया था. पंजाब के खिलाफ दिल्ली ने दोनों मैच जीते थे. चेन्नई सुपरकिंग्स ने पंजाब किंग्स, राजस्थान रॉयल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और सनराइजर्स हैदराबाद को हराया था. बैंगलोर की टीम का भी प्रदर्शन शानदार था. उसने पिछले सीजन की चैंपियन मुबई इंडियंस को हराकर सीजन की शुरूआत की थी. इसके बाद सनराइजर्स हैदराबाद, कोलकाता नाइट राइडर्स, राजस्थान रॉयल्स और दिल्ली कैपिटल्स को भी हराया था.
इस सीजन के हिट खिलाड़ी भी इन्हीं तीनों टीम से थे. सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दिल्ली कैपिटल्स के शिखर धवन सबसे आगे चल रहे थे. 380 रन बनाकर ऑरेंज कैप पर उनका कब्जा बरकरार था. सबसे ज्यादा विकेट रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के हर्षल पटेल के खाते में थी. 17 विकेट के साथ पर्पल कैप पर उनका कब्जा था. लेकिन अफसोस इस सीजन के सस्पेंड होने और दोबारा शुरू होने की नाउम्मीदी के बीच इस तीन टीम के खिलाड़ियों के चेहरे पर मायूसी होगी. ये मायूसी जायज भी है. अगले सीजन में पता नहीं ऊंट किस करवट बैठेगा.
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