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भारत की इन कंपनियों ने बनाई TIME की 100 सबसे प्रभावशाली कंपनियों में जगह
Apurva Srivastav
22 Jun 2023 3:06 PM GMT

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TIME मैग्जीन ने गुरुवार को उन 100 कंपनियों के नाम जारी किए हैं जो दुनिया की सबसे प्रभावशाली कपंनियां रही हैं. इन सूची में भारत की तीन कंपनियां भी अपनी जगह बनाने में कामयाब रही है. इन तीन भारतीय कंपनियों में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) और मीशो सहित पॉलीगन लैब्स जैसी कंपनियों के नाम शामिल हैं. इसके अतिरिक्त, पॉलीगॉन लैब्स, जिसे मूल रूप से चार भारतीयों द्वारा मैटिक नेटवर्क के रूप में स्थापित किया गया था उसका नाम भी इस सूची में नाम शामिल है.
एनपीसीई का डिजिटल पेमेंट में रहा है बड़ा योगदान
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और भारतीय बैंक संघ (आईबीए) द्वारा 2008 में लॉन्च किए गए एनपीसीआई का देश के डिजिटल भुगतान को आम आदमी तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका रही है. टाइम ने इस कंपनी को लेकर कहा कि जैसा कि भारत में स्मार्टफोन और इंटरनेट का उपयोग बीते कई सालों में बढ़ा है, उसे देखते हुए एनपीसीआई ने यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) लॉन्च किया, जो मोबाइल ऐप और क्यूआर कोड के माध्यम से तुरंप पैसा ट्रांसफर करने में काफी मददगार है, और डेबिट और क्रेडिट कार्ड की जगह लगभग 300 मिलियन उपयोगकर्ताओं के लिए डिजिटल भुगतान लाया है. इसने देश में ई-कॉमर्स के विकास को संभव करने में काफी मदद की है जो लंबे समय से नकदी से जुड़ा हुआ था. यूपीआई देश में बड़ी सफलता के बाद घरेलू सफलता के बाद, एनपीसीआई सिंगापुर और यूएई सहित कई देशों के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार कर रहा है, जो अब यूपीआई भुगतान स्वीकार कर रहे हैं.
मीशो के सामने है बड़ी चुनौती
शॉपिंग ऐप मीशो को 2015 में विदित आत्रे और संजीव बरनवाल द्वारा लॉन्च किया गया था और इसका मुख्यालय बैंगलोर, कर्नाटक में है. प्लेटफ़ॉर्म विक्रेताओं से कोई कमीशन नहीं लेता है, जिसके बारे में उसका कहना है कि इसके कारण वो अपने 60 प्रतिशत उत्पादों को 4 डॉलर से कम में बेचने में सक्षम हो पाता है. इस कंपनी को लेकर टाइम ने कहा लेकिन ऑनलाइन-शॉपिंग के लगातार बढ़ते बाजार में कंपनी की राह आसान नहीं होगी जबकि उसे इस वित्तीय वर्ष में मुनाफे तक पहुंचने की उम्मीद है, उसे अन्य कंपनियों से मिल रही चुनौतियों से निपटना होगा.
पॉलीगन बैग्स ने भी निभाई है अहम भूमिका
टाइम की 100 प्रभावशाली कपंनियों की सूची में पॉलीगॉन लैब्स भी शामिल है, जिसे पहले मैटिक नेटवर्क के नाम से जाना जाता था. इसकी स्थापना 2017 में मुंबई स्थित चार सॉफ्टवेयर इंजीनियरों द्वारा की गई थी. जयंती कनानी, संदीप नेलवाल, अनुराग अर्जुन और मिहेलो बजेलिक ने की थी. इसके बाद फरवरी 2021 में इसे पॉलीगॉन में फिर से ब्रैंडेड किया गया. कंपनी का लक्ष्य एथेरियम के साथ मिलकर एक मल्टी-चेन ब्लॉकचेन सिस्टम बनाता है. टाइम ने इस कंपनी के बारे में कहा है कि पॉलीगॉन लैब्स ब्लॉकचेन को मुख्यधारा में ला रही है, जिससे स्टारबक्स, नाइके और मेटा जैसी कंपनियों को वितरित रिकॉर्डकीपिंग तंत्र का उपयोग करके अधिक सुरक्षित एप्लिकेशन बनाने में मदद मिल रही है, और ये मुद्रा और निवेश से लेकर इवेंट टिकट तक हमारे पास जो कुछ भी है, उस पर नज़र रखने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव ला रहा है.
सूची में जिन अन्य कंपनियों का उल्लेख किया गया है उनमें चिप निर्माता एनवीडिया, एलन मस्क की स्पेसएक्स, सैम अल्टमैन की ओपनएआई, फुटवियर कंपनी क्रॉक्स, फास्ट फूड चेन टैको बेल, ईवी निर्माता बीवाईडी, लक्जरी फैशन ब्रांड एलवीएमएच और रक्षा ठेकेदार लॉकहीड मार्टिन शामिल हैं. ऐप्पल, आईबीएम, सैमसंग, माइक्रोसॉफ्ट और सीमेंस जैसे तकनीकी दिग्गज भी सूची में थे.
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