इस डिजिटल जमाने में हम ज्यादा पैसा अपनी जेब में नहीं रखते हैं। किसी दुकान या कहीं भी पेमेंट करने के लिए फट से हम क्यूआर कोड स्कैन करते हैं और पेमेंट कर देते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि क्यूआर को स्कैन करते वक्त कभी भी आपके साथ धोखा हो सकता है, क्योंकि हम क्यूआर कोड स्कैन करते वक्त कई चीजों को नजरअंदाज कर देते हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे तरीकों के बारे में जो आपको धोखाधड़ी होने से बचा सकते हैं, तो आइए जानें कि क्यूआर कोड स्कैन करते हुए हमें क्या नहीं करना चाहिए...
जब आप एक बार किसी भी क्यूआर कोड को स्कैन करते हैं, तो आपको उस यूआरएल को चेक करना चाहिए, जिस पर वह आपको रीडायरेक्ट कर रहा है। एक फेक या मैलिसियस यूआरएल टाइपो या गलत वर्ड में होता है। आपको किसी ऐसे क्यूआर कोड के यूआरएल का इस्तेमाल करने से भी बचना चाहिए, जिसे एक्सटरनल टूल का इस्तेमाल करके छोटा किया गया है। छोटा यूआरएल यूजर्स को किसी वेबसाइट का नाम नहीं दिखाता है।
अगर आप क्यूआर कोड के जरिए ऐप डाउनलोड करते हैं, तो आपको यह करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे मैलिसियस ऐप डाउनलोड हो सकती हैं। आपके स्मार्टफोन से निजी जानकारी चोरी हो सकती है। हमेशा सलाह दी जाती है कि अपने फोन पर उसके हिसाब से जैसे कि गूगल प्ले स्टोर या एप्पल ऐप स्टोर से ही ऐप डाउनलोड करनी चाहिए।
छेड़छाड़ किए गए क्यूआर कोड से रहें सावधान
फिजिकल क्यूआर कोड को स्कैन करने से पहले आपको यह कंफर्म करना चाहिए कि कोड के साथ छेड़छाड़ नहीं की की गई है। जैसे कि असली कोड के ऊपर स्टिकर तो नहीं लगाया गया है। अगर आपको डाउट है तो आपको उससे संबंधित व्यक्ति से इसको दोबारा चेक करवाना चाहिए या ऐसे कोड का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।
वेबसाइट्स का इस्तेमाल करने पर पे न करें
किसी भी वेबसाइट को खोलने वाले क्यूआर कोड के जरिए किसी भी चीज के लिए पेमेंट नहीं करनी चाहिए। अगर आप एक क्यूआर कोड के जरिए पेमेंट करना चाहते हैं, तो यह एक वैलिड पेमेंट ऐप के जरिए होना चाहिए, जहां आप रिसिवर की पहचान को कंफर्म कर सकते हैं।
पैसे रिसिव करने के लिए क्यूआर कोड स्कैन करना
ध्यान देना चाहिए कि पैसे भेजने के लिए क्यूआर कोड स्कैन किया जाता है न कि पैसे रिसीव करने के लिए। आपको पैसे या पेमेंट करने का दावा करने वाले मैसेज या ईमेल के जरिए से भेजे गए किसी भी क्यूआर कोड को कभी भी स्कैन नहीं करना चाहिए।